‘भाजपा शासित राज्यों में न हो जज की मौत की जांच’
नई दिल्ली। बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सूरज लोलगे ने एक याचिका दायर की है, जिसमें सीबीआई के मुंबई स्थित विशेष न्यायालय के न्यायमूर्ति ब्रिजगोपाल हरिकिशन लोया के मौत मामले की जांच ऐसे राज्य की पुलिस को सौंपने की गुहार लगाई है, जहां सरकार में बीजेपी न हो।
इस मामले में याचिकाकर्ता लोलगे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, गृह मंत्रालय सचिव, नागपुर पुलिस आयुक्त, सदर और सोनेगांव पुलिस स्टेशन और सीबीआई को प्रतिवादी बनाया है। मामले में जल्द ही सुनवाई होगा।
बता दें कि 1 दिसंबर 2014 को शहर के सिविल लाइंस स्थित रविभवन में जस्टिस लोया की मौत हो गई थी,कुछ प्रसार माध्यमों में उनकी मृत्यु को संदेहास्पद बताया गया था। ऐसे में याचिकाकर्ता सूरज लोलगे ने नागपुर खंडपीठ में यह याचिका दायर की है।
भारत में सकारात्मक बदलाव नजर आ रहा है : प्रधानमंत्री मोदी
याचिकाकर्ता का कहना है कि जस्टिस लोया और नागपुर के वकील श्रीकांत खंडालकर न्यायपालिका के कट्टर रक्षक थे, लेकिन बड़े राजनीतिक दिग्गजों के खिलाफ उनकी लड़ाई थी। इसी के साथ याचिकाकर्ता ने इन दोनों की मृत्यु हो जाने से समाज में भय का माहौल तैयार हो रहा है, न्यायपालिका जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में कार्यरत ईमानदार लोगों की इस तरह संदेहास्पद परिस्थितियों में मृत्यु होना हमारी सुरक्षा व्यवस्था के सामने बड़ी चुनौती है। उनका मानना है कि इससे जजों और वकीलों में भय का वातावरण पैदा हो रहा है।
यह याचिका भाजपा शासित राज्यों की पुलिस की जांच में पक्षपात होने की आशंका का इशारा कर रही है। आवेदक को डर है कि यदि महाराष्ट्र पुलिस मामले की जांच करेगी तो सत्तासीन भाजपा सरकार का उस पर दवाब रहेगा। ऐसे में निष्पक्ष जांच नहीं होगी और सही तथ्य सामने नहीं आने से दोषियों को सजा नहीं मिल पाएगी।