इश्क के ‘जाल’ में फंसा एक और ऑफिसर, पकड़ा गया लेफ्टिनेंट कर्नल!

नई दिल्ली। इश्क के जाल में फंसे भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है।

जानकारी लीक

इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा हनीट्रैप से संबंधित जारी अलर्ट के एक दिन बाद ही मध्य प्रदेश के जबलपुर में इंडियन आर्मी के एक लेफ्टिनेंट कर्नल को हिरासत में लिया गया है।

सेना के सूत्रों के मुताबिक, हनी ट्रैप का कथित मामला जबलपुर में 506 आर्मी बेस वर्कशॉप से जुड़ा हुआ है। हिरासत में लिए गए इस लेफ्टिनेंट कर्नल पर गोपनीय दस्तावेज लीक करने का आरोप लगा है। इस मामले में लखनऊ कमांड हैडक्वार्टर के इंटेलिजेंस ब्यूरो ने मंगलवार रात को दबिश देते हुए लेफ्टिनेंट कर्नल को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।

इंटेलिजेंस विंग के अफसर संदिग्ध गतिविधियों की वजह से आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं। उस पर हनीट्रैप में फंसकर गोपनीय जानकारियां लीक करने का आरोप लगा है।

वेलेंटाइन डे से एक दिन पहले ही आईबी ने चेतावनी जारी किया है कि खूबसूरत चीनी और पाकिस्तानी लड़कियों के जरिए दुश्मन देश सेना के अफसरों को हनीट्रैप में फंसा सकता है।

फेसबुक और व्हाट्ऐप के जरिए उनसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां हासिल कर सकता है। इंटेलिजेंस ब्यूरो ने इस बाबत भारत सरकार को अलर्ट किया है।

हाल ही में खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया गया था। कैप्टन मारवाह को हनीट्रैप के जरिए फंसाया गया था। फेसबुक के जरिए वह दो महिलाओं के संपर्क में आया था। वह खुफिया जानकारी वॉट्सएप के जरिए भेजने लगा था।

कैप्टन अरुण मारवाह पर सरकारी गोपनीयता कानून के तहत केस दर्ज किया गया। पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। वायुसेना मुख्यालय में तैनात रहे ग्रुप कैप्टन को काउंटर इंटेलिजेंस विंग की ओर से करीब 10 दिनों तक की गई पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस को सौंपा था।

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