नई दिल्ली| देश में विकसित गाइडेड बम (निर्देशित बम) स्मार्ट एंटी एयरफिल्ड वेपन्ज (एसएएडब्ल्यू) और टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल हेलीना का राजस्थान में अलग-अलग फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को बताया कि चांदन रेंज में वायु सेना के विमान से एसएएडब्ल्यू का सफल परीक्षण हुआ। हेलिना का परीक्षण पोखरण में हुआ।
मंत्रालय ने बताया कि एसएएडब्ल्यू युद्धक सामग्री से लैस था और पूरी सटीकता के साथ लक्ष्य पर निशाना साधने में यह सफल रहा। बयान में कहा गया,एसएएडब्ल्यू उम्दा दिशासूचक का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न जमीनी लक्ष्यों को तबाह करने में सक्षम है। इसका परीक्षण 16 और 18 अगस्त को किया गया।
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पोखरण फायरिंग रेंज में सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से रविवार को हेलिना मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। इस मिसाइल ने सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को भेद डाला। यह दुनिया में अत्याधुनिक टैंक रोधी हथियारों में से एक है। इन दोनों हथियारों को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने डीआरडीओ को इस सफलता के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा, इन सफल परीक्षणों से देश की रक्षा क्षमता को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, एसएएडब्ल्यू को वायुसेना के लिए विकसित किया गया है। वहीं, हेलीना भारतीय सेना के अस्त्रागार की शोभा बढ़ाएगा।