वेब जनित खतरों में दुनिया में 12वें स्थान पर भारत

पुणे| वेब-सर्फि ग के खतरों के मामले में भारत दुनिया में 12वें स्थान पर है। यह बात हालिया एक सर्वेक्षण से प्रकाश में आई है। रूस स्थित वैश्विक साइबर सुरक्षा कंपनी कास्परस्की लैब की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि वेब सर्फिग से होने वाले खतरों के मामले में भारत दुनिया में 12वें स्थान पर आता है।
वेब जनित खतरों में दुनिया में 12वें स्थान पर भारत
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंटरनेट का उपयोग करने वाले करीब एक तिहाई लोगों को इस साल जुलाई से सितंबर के दौरान वेब जनित खतरों का सामना करना पड़ा है।

कास्परस्की लैब साउथ एशिया के महाप्रबंधक श्रेणिक भयानी ने कहा, “जाहिर है कि साइबर हमले के पीछे जो मुख्य मंशा है वह पैसा है। भारत की आबादी सबसे तेजी से बढ़ रही है, जो ऑनलाइन के खतरों को नहीं झेल सकता है। हमें ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर अधिक जागरूक बनने की जरूरत है।”

साइबर हमलावर ब्राउजर और उसके प्लग-इन के खतरों को निशाना बनाते हैं। ऐसे यूजर जिनको जानकारी नहीं हैं वह जब किसी संक्रमित वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो इस तरह के संक्रमण का खतरा पैदा होता है। साइबर अपराधी इसका इस्तेमाल करते हैं।

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कास्परस्की लैब ने कहा, “ऐसे हमलों से बचाव के लिए इंटरनेट सिक्योरिटी क्लास सॉल्यूशन की जरूरत होती है जो खतरों को भांपने में समर्थ हो।”

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सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में मालवेयर के कारण जुलाई-सितंबर 2018 में 64,50,023 घटनाएं हुईं।

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