महोबा में शोहदे की धमकियों से तंग रोडवेज महिला परिचालक ने की आत्महत्या की कोशिश, पुलिस ने वादा की सख्त कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के चरखारी कोतवाली क्षेत्र में एक सनकी आशिक की धमकियों से त्रस्त रोडवेज की महिला परिचालक ने रविवार, 21 सितंबर 2025 की रात अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश की।

गनीमत रही कि परिजनों ने समय रहते उसे बचा लिया और महोबा जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। मुख्य आरोपी रहीस और तीन अन्य लोगों के खिलाफ पहले भी पुलिस ने कार्रवाई की थी, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद उनकी धमकियां फिर शुरू हो गईं। इस घटना ने नवरात्र के पहले दिन क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।

महोबा डिपो में कार्यरत एक युवती, जो चरखारी के एक मोहल्ले में रहती है, को पड़ोस में रहने वाला रहीस पिछले छह महीनों से परेशान कर रहा था। उसने एकतरफा प्यार में युवती पर शादी का दबाव बनाया और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, रहीस ने छह महीनों में दो मोबाइल नंबरों से कुल 6,159 कॉल (4,387 एक नंबर से और 1,772 दूसरे नंबर से) और 315 धमकी भरे मैसेज भेजे। इनमें तेजाब हमले, दुष्कर्म, और जान से मारने की धमकियां शामिल थीं। उसने यह भी धमकी दी कि वह युवती की नौकरी छुड़वाकर उसे फर्जी केस में जेल भिजवा देगा।

युवती ने बताया कि रहीस उसे ड्यूटी के दौरान रास्ते में रोककर बैग छीनने और दुष्कर्म की धमकी देता था। उसकी मां ने भी युवती को धमकाया और कहा, “मेरे बेटे से शादी करो, वरना आत्महत्या कर लो, नहीं तो मरवा देंगे।” इन धमकियों से परेशान होकर युवती ने 28 अगस्त 2025 को चरखारी कोतवाली में शिकायत दर्ज की थी, जिसके आधार पर रहीस और तीन अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। चारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद उनकी धमकियां फिर शुरू हो गईं।

आत्महत्या का प्रयास और पुलिस कार्रवाई
लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर युवती ने रविवार रात फंदा लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। परिजनों ने समय रहते उसे फंदे से उतारा और तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। चिकित्सकों के अनुसार, युवती की हालत नाजुक है, और उसका मानसिक व शारीरिक इलाज पुलिस की निगरानी में चल रहा है।

चरखारी कोतवाली प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। पूर्व में दर्ज मामले में चार आरोपियों को जेल भेजा गया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद उनकी हरकतें जारी रहीं। सिंह ने कहा, “आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” सीओ रविकांत गौड़ ने अस्पताल पहुंचकर युवती के परिजनों से मुलाकात की और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने यह भी कहा कि युवती को सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

युवती की अपील और सामाजिक संदर्भ
युवती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। उसने बताया कि वह अपने बीमार पिता की देखभाल करती है और ड्यूटी के दौरान, खासकर रात में, उसे लगातार असुरक्षा का डर बना रहता है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में दहशत पैदा कर दी है, और लोग पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

महोबा में यह पहला ऐसा मामला नहीं है। जून 2025 में चरखारी तहसील के खरेला कस्बे में एक SDM पर महिलाओं को धमकाने और एक युवक से मारपीट का आरोप लगा था, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। इस तरह की घटनाएं महिलाओं की सुरक्षा और प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठाती हैं।

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