25 मई 2025 को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भारी बारिश, तूफान और तेज हवाओं ने जनजीवन को ठप कर दिया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर 200 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं, कई क्षेत्रों में भारी जलजमाव हुआ, और सड़क यातायात बुरी तरह बाधित हुआ।

एक दुखद घटना में, भारी बारिश के दौरान सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) के कार्यालय की छत गिरने से एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही शनिवार को दिल्ली और आसपास के राज्यों में धूल भरी आंधी, तूफान और बारिश की चेतावनी दी थी, जिसमें हवाओं की गति 60 से 100 किमी/घंटा तक होने की संभावना जताई गई थी।
हवाई अड्डे पर उड़ानें प्रभावित
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार रात 11:30 बजे से रविवार सुबह 4:00 बजे के बीच 49 उड़ानें अन्य हवाई अड्डों की ओर डायवर्ट की गईं। दिल्ली हवाई अड्डा प्राधिकरण ने बताया कि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण उड़ान संचालन में बाधा आई। रविवार सुबह तक हवाई अड्डे पर स्थिति सामान्य होने लगी थी, लेकिन कई उड़ानें अभी भी देरी से चल रही थीं। दिल्ली हवाई अड्डे ने यात्रियों को सलाह दी कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति की जांच करें और संबंधित एयरलाइंस से संपर्क में रहें। एयर इंडिया और इंडिगो ने X पर पोस्ट कर बताया कि दिल्ली में प्रतिकूल मौसम के कारण उड़ानें प्रभावित हुई हैं, और यात्रियों को हवाई अड्डे पहुंचने से पहले उड़ान की स्थिति जांचने की सलाह दी गई।
जलजमाव और यातायात व्यवधान
भारी बारिश के कारण दिल्ली के कई प्रमुख क्षेत्रों में गंभीर जलजमाव देखा गया। मिंटो रोड पर एक कार पूरी तरह पानी में डूब गई, जिसके दृश्य समाचार एजेंसी ANI ने साझा किए। हवाई अड्डे की ओर जाने वाले मुख्य अंडरपास में जलजमाव के कारण दर्जनों वाहन डूब गए और क्षतिग्रस्त हो गए। मोती बाग, ढौला कुआं, सुब्रतो पार्क, नानकपुरा अंडरपास, और भैरों मार्ग जैसे क्षेत्रों में भी जलजमाव की स्थिति थी। दिल्ली कैंट में एक बस और एक कार पानी में डूबे पाए गए। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने X पर प्रभावित सड़कों की जानकारी साझा की, जिसमें अनुव्रत मार्ग, औरंगजेब मार्ग, और बांदा बैरागी मार्ग शामिल थे। जलजमाव के कारण सुबह की यातायात गति धीमी रही, और कई यात्री घंटों तक फंसे रहे।
मौसम विभाग का डेटा
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार सुबह तक दिल्ली के विभिन्न मौसम केंद्रों पर निम्नलिखित वर्षा दर्ज की गई:
- सफदरजंग: 81 मिमी
- पॉलम: 68 मिमी
- पुसा: 71 मिमी
- मयूर विहार: 48 मिमी
शहर के अन्य हिस्सों में 50-80 मिमी वर्षा दर्ज की गई। सबसे तेज हवा की गति सफदरजंग (हवाई अड्डे) पर 82 किमी/घंटा दर्ज की गई, जबकि प्रगति मैदान में 76 किमी/घंटा और दिल्ली विश्वविद्यालय में 37 किमी/घंटा रही। IMD ने बताया कि यह मौसम पश्चिम/उत्तर-पश्चिम से आए तूफानी सेल के कारण था, जिसके साथ तेज हवाएं, बिजली, और भारी बारिश हुई।
पुलिस अधिकारी की मौत
भारी बारिश के दौरान दिल्ली के एक सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय की छत ढह गई, जिसमें एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। इस घटना ने शहर की पुरानी इमारतों की सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। दिल्ली सरकार और नगर निगम को जल निकासी और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की जा रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी और राहत कार्य
IMD ने रविवार को दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया था, जिसमें 40-60 किमी/घंटा की गति वाली हवाओं के साथ तूफान और भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। निवासियों को खुले स्थानों से बचने, पेड़ों के नीचे न रुकने, और पानी के निकायों से दूर रहने की सलाह दी गई। दिल्ली के सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) ने जलजमाव की 200 से अधिक शिकायतें प्राप्त कीं, जिनमें मिंटो रोड पर जल निकासी में 12 घंटे लगे। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मजनू का टीला का दौरा कर जलजमाव की स्थिति को “चिंताजनक” बताया और तत्काल सुधार के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
दिल्ली में मई 2025 में इससे पहले भी 2 मई को भारी बारिश और तूफान ने कहर बरपाया था, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई थीं। उस समय सफदरजंग में 77 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। मई 2021 में 119.3 मिमी वर्षा के साथ यह मई का सबसे भारी बारिश का रिकॉर्ड था। हाल की बारिश ने दिल्ली के अपर्याप्त जल निकासी तंत्र और बुनियादी ढांचे की कमियों को फिर से उजागर किया है।