दिल्ली के सीएम ने अपने धुर विरोधी को ही बनाया सरकार का वकील, माकन बोले- पैरों में गिरे केजरीवाल

दिल्ली सरकारनई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर से चर्चा में हैं। वजह दिल्ली सरकार द्वारा कांग्रेस के वरिष्ट नेता पी. चिदंबरम को एक मामले में पैरवी के लिए राज्य सरकार का वकील नियुक्त किए जाने को लेकर है। कभी चिदंबरम को भ्रष्ट नेता बताने वाले केजरीवाल अब खुद विपक्ष के निशाने पर है।

बता दें कि अपने अधिकारों को लेकर एलजी के साथ छिड़ी कानूनी जंग में दिल्ली सरकार ने चिदंबरम का सहारा लेते उए उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पैरवी के लिए अपना वकील नियुक्त किया है।

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने केजरीवाल प्रहार करते हुए कहा कि बधाई हो पी. चिदंबरम जी, एक समय आपके सबसे बड़े आलोचक रहे अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ने आपको क्लीनचिट दे दी है, लेकिन क्या पहले की करतूतों के लिए आदमी आदमी पार्टी माफी मांगेगी।

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उन्होंने कहा कि आखिरकार केजरीवाल जी चिदंबरम के कदमों में झुक ही गए।

उल्लेखनीय है कि 2014 में केजरीवाल ने भ्रष्ट नेताओं की एक लिस्ट जारी की थी। इसमें कई बड़े नेताओं के नामों के साथ पी चिदंबरम का भी नाम शामिल था। जोकि अब उन्ही की पैरवी करते नज़र आएंगे।

दिल्ली उपराज्यपाल और सरकार के बीच अधिकार के बंटवारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में सुनवाई चल रही है।

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बता दें इस मामले के लिए दिल्ली सरकार ने चिदंबरम समेत कई नामी वकीलों का पैनल बनाया है। यह टीम पांच जजों की बेंच के सामने दिल्ली सरकार का पक्ष रखेगी।

दिल्ली सरकार की पैरवी करने वाले वकील

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के अलावा गोपाल सुब्रमण्यन, इंदिरा जयसिंह और राजीव धवन भी इस टीम में शामिल हैं। वहीं इस मामले की अगली सुनवाई 7 नवंबर को होनी है। जिसको लेकर कहा जा रहा है कि चिदंबरम इस दिन दिल्ली सरकार की तरफ से पक्ष रख सकते हैं।

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