Google ने दी पुनर्वास केंद्रों के विज्ञापनों को दी मंजूरी, लम्बे समय से लगा रखा था प्रतिबंध

सैन फ्रांस्सिको। गूगल ने करीब एक साल के प्रतिबंध के बाद अमेरिका में अपने प्लेटफार्म पर व्यसन से संबंधित कीबोर्ड और वाक्यांशों वाले विज्ञापनों को अनुमति दे दी है। यह प्रतिबंध कमजोर मरीजों को संदिग्ध पुनर्वास केंद्रों से बचाने के लिए लगाया गया था।

Google

टेक क्रंच की रिपोर्ट में कहा गया है, “ऐसी खबरें मिली थीं कि कई विज्ञापनदाता मरीजों को ठग रहे थे और उन्हें महंगे पुनर्वास केंद्र पर भेज रहे थे। इसे किसी कमोडिटी की तरह कारोबार बना दिया गया था।”

इसे देखते हुए गूगल ने इन विज्ञापनों पर साल 2017 के सितंबर से प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया, जो विभिन्न चरणों में लागू किया गया और इस साल जनवरी से गूगल ने दुनिया भर में इस प्रतिबंध लगा दिया।

यह भी पढ़ेंःबर्मिघम टेस्ट में कोहली की मेहनत पर फिरा पानी, इंग्लैंड को मिली जीत 

सर्च इंजन दिग्गज ने कहा कि वह तब तक प्रतिबंध लागू रखेगी, जब तक कि इन विज्ञापनों को सुरक्षित और नैतिक रूप से पेश करने का कोई तरीका नहीं ढूंढ़ लिया जाता।

प्रौद्योगिकी दिग्गज ने इसके लिए पोर्टलैंड की कंपनी लेजिटस्क्रिप्ट से साझेदारी की है, जिसे दवाइयां आधारित ऑनलाइन कारोबार के सत्यापन में विशेषज्ञता हासिल है।

गूगल ने फैसला लिया है कि पुनर्वास केंद्रों के विज्ञापनों को वह लेजिटस्क्रिप्ट से सत्यापित करवाने के बाद ही जारी करेगी।

LIVE TV