ये है सबसे ताकतवर मंत्र, 20 मिनट देने से बदलेगी किस्मत के साथ चेहरे की काया

गायत्री मंत्रशास्त्रों के अनुसार गायत्री मंत्र को वेदों का सर्वश्रेष्ठ मंत्र बताया गया है. गायत्री मंत्र का जप पूजा के वक्त लोग करते ही हैं. लेकिन गायत्री मंत्र का जप सही समय पर करना चमत्कारी फल देता है. गायत्री मंत्र जीवन की हर परेशानी से छुटकारा व शांति दिलाता है. इस मंत्र के उच्चारण में सावधानी बरतनी चाहिए.

इसके जप के लिए तीन समय बताए गए हैं. गायत्री मंत्र का जप का पहला समय है सुबह का, सूर्योदय से थोड़ी देर पहले मंत्र जप शुरू किया जाना चाहिए.

मंत्र जप के लिए दूसरा समय है दोपहर का. दोपहर में भी इस मंत्र का जप किया जाता है. तीसरा समय है शाम को सूर्यास्त के कुछ देर पहले मंत्र जप शुरू करके सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक जप करना चाहिए.

इन तीन समय के अतिरिक्त यदि गायत्री मंत्र का जप करना हो तो मौन रहकर या मानसिक रूप से जप करना चाहिए.

मंत्र का जप तेज आवाज में नहीं करना चाहिए.

इसके अलावा पढ़ने में मन नहीं लगना, याद किया हुआ भूल जाना, शीघ्रता से याद न होना आदि समस्याओं से भी मुक्ति मिल जाती है.

इस मंत्र के नियमित जप से त्वचा में चमक आती है.

नेत्रों की रोशनी बढ़ती है.

प्रसिद्धि प्राप्त होती है.

गुस्सा शांत होता है.

ज्ञान में वृद्धि होती है.

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