गणेश उत्सव(Ganesh Chaturthi) को भारत में सभी जगह बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व में गणपति बप्पा को तरह-तरह के भोग लगाए जाते हैं। इस दिन गणपति बप्पा की खास पूजा अर्चना की जाती है। इस साल भाद्रपद महीने के शुक्ल की चतुर्थी 10 सितंबर 2021 को है। इसी दिन गणपति बप्पा विराजेंगे और 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन उन्हें विदाई दी जाएगी।

वैसे तो यह उत्सव देश के कई राज्यों में मनाया जाता है लेकिन इसकी सबसे ज्यादा धूम महाराष्ट्र में रहती है। महाराष्ट्र से ही सार्वजनिक गणेश स्थापना की परंपरा आजादी से पहले शुरू हुई थी। इसके अलावा गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, यूपी, मप्र और आंध्र प्रदेश में भी गणेश उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी(Ganesh Chaturthi) के दिन गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त दोपहर 12:17 बजे से रात 10 बजे तक रहेगा। गणेश जी की पूजा करते समय ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें दूर्वा, पान, सुपारी, सिंदूर अर्पित करें. भगवान गणेश को उनके प्रिय मोदक और लड्डू का भोग लगाएं।
इस साल अन्नत चतुर्दशी 19 सितंबर 2021 को मनाई जाएगी। इस दिन गणपति को विदाई दी जाती है। इस साल चतुर्दशी तिथी 19 सितंबर से शुरू होकर 20 सितंबर तक रहेगी। इसमें गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त ये हैं-
- सुबह का मुहूर्त- 7:39 से लेकर दोपहर 12:14 तक
- दिन का मुहूर्त- दोपहर 1:46 से लेकर 3:18 तक
- शाम का मुहूर्त- शाम 6:21 से लेकर 10:46 तक
- रात का मुहूर्त- रात 1:43 से लेकर 3:11 तक (20 सितंबर)
- प्रातः काल मुहूर्त- सुबह 4:40 से लेकर 6:08 बजे तक (20 सितंबर)
इन मंत्रों का करें जाप
- ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात..
- ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश…. ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति, सिदि्ध पति. मेरे कर दूर क्लेश..