मुंबई। भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) का नाम एक बार फिर विवादों में आ गया है। एक बार फिर इस विवाद के पीदे की वजह चेयरमैक की कुर्सी है। बीते दिन ही घोषणा हुई थी कि FTII के नए चेयरमैन के तौर पर अनुपम खेर को चुना गया था। पद संभालते ही FTII के छात्र अनुपम के विरोध में आ गए हैं।
इससे पहले एफटीआईआई के पूर्व चेयरमैन गजेन्द्र चौहान का भी भारी विरोध हुआ था। गजेंद्र जबसे भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII ) के नए अध्यक्ष बनाए गए थे उनका जबरदस्त विरोध होना शुरू हो गया था। लंबे समय तक उनकी नियुक्ति पर काफी सवाल उठाए गए थे।
अब जब गजेन्द्र का विवादित कार्यकाल खत्म हो गया है और अनुपम खेर ने चेयरमैन की गद्दी संभाल ली है तो उनका भी विरोध होने लगा है। बता दें, वहां के छात्र संघ ने दीवार पर लाल रंग से लिखा है, ‘We don’t need a कार्यकर्ता Chairman! We are striking for a better Day!’
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इससे पहले गजेंद्र चौहान के अध्यक्षता की गद्दी संभालने के बाद से छात्रों ने 139 दिनों तक हड़ताल कर उनके निष्काशन की मांग की थी। वहां के छात्रों ने गजेंन्द्र की काबीलियत पर सवाल खड़े कर दिए थे। गजेंद्र को 9 जून 2015 को अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया था। हालांकि गद्दी उन्होंने जनवरी 2016 में संभाली थी।
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उस दौरान खुद अनुपम खेर ने भी छात्रों का सर्मथन किया था। अनुपम के मुताबिक भी एफटीआईआई की को देखते हुए गजेंद्र चेयरमैन की कुर्सी के काबिल नहीं थे।
अनुपम के विरोध करने के पीछे फिलहाल दो कारण सामने आए हैं। पहला तो यह है कि अनुपम का मुंबई में खुद का एक्टिंग इंस्टीट्यूट है। दूसरा कई मौकों पर अनुपम की ओर से मौजूदा सरकार के विचारों का प्रचार करना। एफटीआईआई छात्र संघ (एफएसए) ने देश में असहिष्णुता को लेकर बहस के दौरान अनुपम की ओर से दिए गए बयानों पर आपत्ति जाहिर की है।
ये तो वक्त के साथ ही पता चलेगा कि इस बार छात्रों का विरोध कितने दिन तक चलेगा।