जब तब्बू की साड़ियां प्रेस किया करते थे रोहित शेट्टी, पिता की मौत के बाद हालत हुए थे खराब, ऐसे बदली किस्मत
बॉलीवुड इंडस्ट्री की कई ऐसी कहानियां जो लोगों के प्रेरणा का स्त्रोत है। फिर चाहे नवाजुद्दीन सिद्दीकी हो, पकंज त्रिपाठी हो या फिर शाहरुख खान इन सभी ने अपने शुरुआती दिनों में संघर्ष किया है। तब जाकर आज ये सुरपस्टार बने हैं। लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री की कई कहानियां ऐसी है जिनका खुलासा शायद ही हुआ है। आज हम आपको बॉलीवुड इंडस्ट्री से जुड़े एक ऐसे शख्स कहानी बताने जा रहें जिन्हें लोग इनके काम और उनके नाम से जातने हैं। इतना ही नहीं बल्कि पूरा बॉलीवुड उनका दिवाना है।
हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के मशहूर फ़िल्म निर्देशक और निर्माता रोहित शेट्टी की। जो अपने करियर के शुरुआती दौर में एक्ट्रेस तब्बू की साड़ियां तक प्रेस किया करते थे। ये सुन आप हैरान तो जरूर हुए होंगे लेकिन ये सच हैं। दरअसल, रोहित शेट्टी ने अपने करियर की शुरुआत 1991 में आई अजय देवगन की फ़िल्म से की थी। फिल्म में रोहित शेट्टी को असिस्टेंट डायरेक्टर का काम मिला था। इसे बाद रोहित ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और उन्हें कई फिल्मों में काम करने का मौका मिला। मीडिया रिपोर्ट की माने तो शुरुआती दौर में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा।
Mid-day की एक रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शेट्टी ने 1995 में तब्बू की फ़िल्म ‘हकीकत’ में स्पॉट बॉय का काम किया था। इस दौरान उन्होंने तब्बू की साड़ियां तक प्रेस की थी। इसके अलावा, उन्होंने एक्ट्रेस काजोल के लिए भी स्पॉट बॉय का काम किया है। रोहित काजोल के बालों का टचअप किया करते थे।
बता दें कि रोहित शेट्टी बॉलीवुड के पुराने एक्टर एमबी शेट्टी के बेटे हैं। वहीं जब एमबी शेट्टी का निधन हुआ तो उस दौरान रोहित काफी छोटे थे। वहीं पिता के जाने के बाद रोहित के घर के हालात बिगड़ गए थे। ऐसे में रोहित की मां फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर काम करती थी। ताकी घर का खर्चा चल सके।
वहीं घर के हालात बिगड़ने के बाद रोहित को अपनी मां के साथ नानी के घर रहना पड़ा, जो कि दहिसर में था। रोहित का स्कूल सांताक्रूज़ में था और उन्हें रोज़ डेढ़ घंटे का सफ़र तय कर दहिसर से सांताक्रूज़ जाना पड़ता था। आगे चलकर हालात इतने बिगड़ गए कि उन्हें पढ़ाई से ज़्यादा पैसों की ज़रूरत पड़ने लगी।
वहीं, रोहित की मां के साथ-साथ उनकी बहन चंदा डायरेक्टर राहुल रवैल के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर रही थीं। उसी दौरान उनकी बहन की बात डायरेक्टर कुक्कू कोहली से हुई। कुक्कू कोहली ने रोहित को नज़रअंदाज कर दिया, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने रोहित को काम दिया। रोहित को फूल और कांटे फ़िल्म का असिस्टेंट डायरेक्टर बनाया गया था।