त्योहार के इस मौके पर कहीं दुकानदार आपको भी तो नहीं लगा रहे चूना, इन बातों का रखें खास ख्याल
दिवाली का त्यौहार करीब आ रहा है और ऐसे में सभी लोग अपने लिए और घर के लिए खरीददारी करने में मशगूल होते हैं और हो भी क्यों न त्योहार भी तो साल में एक बार ही आता है। ऐसे में लोग खर्च करने से भी पीछे नहीं रहते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इस फेस्टिव सीजन के बहाने दुकानदार अपनी मार्केटिंग टैक्टिस के जरिए आपको चूना भी लगा सकते हैं। तो शॉपिंग तो खूब करिए लेकिन जरा संभल कर। आज हम आपको इस लूट से बचने के लिए कुछ टिप्स दे रहे हैं।
ऐसे लुभाते हैं दुकानदार कस्टमर्स को
त्योहारों के सीजन में बाजार इस कदर चकाचौंध से भरा रहता है कि दुकानदार भी ऐसे में ग्राहकों के जरिए मलाई काटने से नहीं चूकते हैं। दुकानदार आपको कम दाम दिखाकर भी लुभाने की कोशिश करते हैं। आप सोच रहे होंगे कि कम दाम में तो आपका ही फायदा है लेकिन इसके पीछे समझने वाली बात ये है कि मार्केट की एक ट्रिक होती है। कोई कस्टमर अगर किसी दुकान पर एक बार जाता है और उसे वाकई में किसी प्रोडक्ट की जरूरत है तो वह उस दुकान से खाली हाथ वापस नहीं लौटता।
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अगर कोई आपसे किसी प्रोडक्ट की तारीफ करता है या ऐसा कहता है कि ये तो आपके ऊपर बहुत ही जच रहा है तो ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है। अक्सर महिलाएं ही इस तरह की टेक्टिक का शिकार होती हैं। अतः कोई भी सामान खरीदने में जल्दबाजी न दिखाएं।
कभी-कभी आप देखते होंगे कि मार्केट में किसी-किसी शॉप पर ऐसी स्कीम चल रही होती है कि जल्दी कीजिए कहीं स्टॉक खत्म ना हो जाए। इस तरह की मार्केटिंग टैक्टिक से बचने की बहुत जरूरत होती है। क्योंकि इस तरह के ऑफर से कभी कभी आपको लालच आ जाता है और आप जल्दी में उसे खरीद लेती हैं। तो ऐसी स्कीमों से खासा बचने की जरूरत होती है या पूरी तरह से देख परख कर ही खरीदारी करने की जरूरत होती है।
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अब हम आपको जिस स्ट्रेटेजी के बारे में बताने जा रहे हैं वो आज कल की सबसे ज्यादा प्रचलित टैक्टिक है। त्योहारों के सीजन में आपको मार्केटर्स की डिस्काउंट स्ट्रैटजी से बचने की खासा जरूरत होती है। आपने देखा होगा कि कई बार मेगा सेल या कैश बैक करके कई कंपनियां ऑफर चलाती हैं। इस ऑफर में फंसकर ग्राहक पहले तो खूब शॉपिंग करते हैं लेकिन बाद में उन्हें महसूस होता है कि उन्हें कुछ खास फायदा ही नहीं हुआ है। उन्होंने तो उतने का ही सामान खरीदा है जितने का वह असल में था।