भोपाल में ‘फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी’ शुरू, जानें इसका सियासी महत्व

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी में रविवार को फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी की शुरुआत हुई। मतदाता जागरूकता के लिए आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों की रैली से हुई।

फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी

आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, रविवार को तीन दिवसीय मतदाता जागरूकता कार्यक्रम ‘फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी’ की शुरुआत कमला नेहरू स्कूल से मतदाता जागरूकता के लिए शासकीय एवं निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों की रैली के साथ हुई। रैली के आगे ढोल तथा राजस्थान के कलाकार घनश्याम भट्ट का दल ढुल-ढुल घोड़ी नृत्य करता हुआ चल रहा था।

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यह रैली रोशनपुरा चौराहा होते हुए एमवीएम मैदान पहुंची। रैली में शामिल बच्चों ने नारे लगाए ‘वोट के लिए निकालें, जिम्मेदारी कभी न टालें’, ‘सुबह-सुबह करके स्नान-पूरा घर करना मतदान’ तथा ‘जन-जन की है यही पुकार, वोट डालो अबकी बार’, और आमजन को मतदान के लिए जागरूक किया। एमवीएम मैदान में बच्चों ने विभिन्न आकृतियां निर्मित कर मतदान का संदेश दिया।

…ताकि सीबीआई की गरिमा धुंधली न पड़े

जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ़ सुदाम खाडे ने मतदान का महत्व बताते हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने माता-पिता तथा परिचितों को जिद करके वोट डालने भेजें। उन्होंने सभी को नैतिक एवं अनिवार्य मतदान की शपथ भी दिलाई।

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