‘राधा मोहन शर्म करो, झूठ बोलना बंद करो’

किसान संसदनई दिल्ली। नवगठित राजनीतिक दल स्वराज इंडिया ने 20 नवंबर के प्रस्तावित किसान संसद के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। इसी के तहत सोमवार को किसानों ने केंद्रीय कृषि मंत्री के आवास का घेराव किया और सरकार के झूठ और वादा खिलाफी पर प्रदर्शन किया। ‘कृषि मंत्री शर्म करो, झूठ बोलना बंद करो’ के नाम से हुए विरोध प्रदर्शन में सरकार के झूठे वादे और बड़बोलेपन का पदार्फाश किया गया। प्रदर्शन स्थल पर मौजूद किसानों ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह सरकार दिखावे, नारों और कोरी योजनाओं की सरकार है।

प्रदर्शनकारी किसानों में कृषिमंत्री राधा मोहन सिंह द्वारा संसद में प्रधानमंत्री मोदी के किए वादे से मुकरने को लेकर गहरा आक्रोश दिखा।

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ज्ञात हो कि पिछले संसद सत्र में कृषि मंत्री ने कहा था कि मोदी जी ने कभी भी एमएसपी संबंधित वादा नहीं किया। जबकि यह जगजाहिर है कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों को फसल के लागत मूल्य पर 50 प्रतिशत मुनाफे के साथ एमएसपी तय करने का वादा किया था।

स्वराज इंडिया ने अपने साथ लाए एक वाहन की एलईडी स्क्रीन पर वीडियो संदेश चलाकर मोदी सरकार के झूठ का पर्दाफाश किया। जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक अविक साहा ने किसानों द्वारा तैयार किए गए इस वीडियो संदेश के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के अंश को प्रदर्शित किया गया है, ताकि कृषिमंत्री को उनकी अपनी ही सरकार का वादा याद कराया जा सके।”

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मेवात से आए किसान नेता रमजान चौधरी ने प्रधानमंत्री से अपने मुंह किए वादे को पूरा करने की मांग की। उन्होंने कहा, “कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर ‘कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय’ रख देने से किसानों का कल्याण नहीं हो जाता। किसान कल्याण मंत्रालय बनाने के बाद भी देश में किसानों की आत्महत्या का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।”

किसानों का हक और अधिकार की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

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