सावधान! अगर आधार से लिंक किया अपना बैंक अकाउंट तो आ सकती है बड़ी मुसीबत

आधार कार्ड बनानेलखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ में शातिर हैकरों द्वारा बायोमेट्रिक में सेंध लगाकर ऑरिजनल फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर आधार कार्ड बनाने वाला एक बड़ा गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा है। यूपी एसटीएफ ने ऐसे 10 सदस्यीय गिरोह को कानपुर के बर्रा थाना इलाके से गिरफ्तार कर इस पूरे मामले का खुलासा करने का दावा किया है । गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा कागज पर बने आर्टिफिशियल फिंगर प्रिंट, मोबाइल, स्कैनर और रेटिना स्कैनर के साथ ही भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और अन्य सामान भी बरामद किया है।

अभी तक जो देखा वो ट्रेलर था, अब सामने आया बलात्कारी बाबा का असली कारनामा

यूपी एसटीएफ की टीम ने कानपुर जिले के थाना बर्रा इलाके की विश्व बैंक कॉलोनी  से 10 शातिर हैकरों को गिरफतार करने का दावा किया है। दावा यह भी कि गिरफ्तार हैकर बायोमेट्रिक में सेंध लगाकर ऑरिजनल फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर आधार कार्ड को तैयार कर रहे थे। हैरानी की बात यह है कि जो आधार कार्ड गिरोह के द्वारा तैयार किये जा रहे थे वो असल की तरह ही काम करते थे। यह पूरा मामला तब सामने आया जब फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनने की भनक यूआईडीएआई के अधिकारियों को लगी और उन्होंने फौरन लखनऊ के साइबर थाने में साइबर एक्ट के तहत अज्ञात लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इससे पहले देवरिया और कुशीनगर में भी फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनने की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

अभी-अभी : सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नया फरमान, मोदी सरकार समेत आम जनता के उड़े होश

मामला सुरक्षा में सेंध का था इसलिए यूपी एसटीएफ ने जाँच को अपने हाथ में लिया और तफ्तीश के बाद परत दर परत जोड़ने के बाद 10 लोगो को फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाने के आरोप में कानपुर के थाना बर्रा इलाके से गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का सरगना कानपुर निवासी सौरभ सिंह बताया गया है।

एसटीएफ के अधिकारी की माने तो गिरोह के सदस्य शातिर हैकर है। उनका दावा है कि यूआईडीएआई की अधिकृत बायोमैट्रिक मानक से बाईपास और फिंगर का क्लोन प्रिंट तैयार कर आरोपी आधार कार्ड बना रहे थे। एसटीएफ के अधिकारी ने आरोपियों के आधार कार्ड बनाने की मॉडस ऑपरेंडी का भी खुलासा किया है। अधिकारी के मुताबिक यूआईडीएआई  द्वारा निर्धारित बायोमैट्रिक मानक को क्लोन फिंगर प्रिंट के माध्यम से बाईपास और यूआईडीएआई के एप्लीकेशन क्लाइंट के सोर्स कोड को टैम्पर करके फेक टैम्पर्ड क्लाइंट एप्लीकेशन बनाकर निर्धारित ऑपेरटर ऑथेंटिकेशन प्रोसेस को बाईपास कर आधार कार्ड बनाया जाता था। आरोपियों के कब्जे से एसटीएफ को 11 लैपटॉप, कागज पर बने 38 फिंगर प्रिंट,कैमिकल निर्मित आर्टिफिशियल फिंगर प्रिंट, 12 मोबाइल, 2 आधार कार्ड स्कैनर, 2 रेटिना स्कैनर,18 आधार कार्ड के साथ ही भारी मात्रा में अन्य सामान और डिवाइस बरामद हुई है।

दस शातिर हुए गिरफ्तार

कानपुर निवासी सरगना सौरभ सिंह, शुभम सिंह, सत्येंद्र कुमार, शोभित सचान, जनपद फतेहपुर निवासी शिवम् कुमार, मनोज कुमार, मैनपुरी के तुलसीराम,प्रतापगढ़ के कुलदीप सिंह,हरदोई के चमन गुप्ता,और आजमगढ़ के गुड्डू गौड़ के रूप में हुई है।

LIVE TV