सीएम के नाक पर अतिक्रमण, प्रशासन है लाचार
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के जिम्मेदार अधिकारी जहां एक ओर अवैध निर्माण को चिन्हित कर ध्वस्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकारी संपत्ति पर बढ़ते अतिक्रमण को नजर अंदाज करते दिखाई दे रहे हैं।

दरअसल राजधानी लखनऊ का केजीएमयू परिसर में जबरदस्त अतिक्रमण हुआ है, ज्यादातर परिसर में स्थित नेत्र रोग विभाग के पीछे वाले हिस्से को चंद लोगों द्वारा लंबे समय से अतिक्रमित कर लिया गया है। लेकिन आश्चर्य की बात है कि यह कि इसे लेकर प्रशासन मौन साधे हुये है। हालांकि यह अतिक्रमण कोई नया नहीं है,कई बार अतिक्रण हटाने की बात केजीएमयू प्रशासन द्वारा की गयी ,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुयी।
बता दें कि नेत्र रोग विभाग के पीछे के हिस्से में कई जगह पक्का निर्माण भी होने की बात सामने आई है, कोविड के दौरान इस जगह का जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दौरा भी किया था,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
धीरे-धीरे यह अतिक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। वहीं इस मामले में केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ.सुधीर सिंह ने जांच कराकर उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश भर में इन दिनो प्रशासन का बुलडोजर अवैध निर्माण व अतिक्रमण पर जोरो से चल रहा है, लेकिन सीएम के नाक पर इस तरह का अतिक्रम पड़ा हुआ है, जिसे लेकर प्रशासन बेहद निष्क्रिय दिखाई दे रहा है। सवाल यह उठता है कि ऐसे अतिक्रमण को लेकर सक्रिय क्यों नहीं है ?