दिल्ली सरकार पर चला चुनाव आयोग का चाबुक, चंदा विसंगतियों का माँगा विवरण

नई दिल्ली| चुनाव आयोग ने मंगलवार को दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 2014-15 की उसकी वित्त रिपोर्ट में चंदा विसंगतियों का विवरण देने के लिए कहा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा सतर्क करने के बाद आयोग ने ‘आप’ को नोटिस भेजा।
दिल्ली सरकार पर चला चुनाव आयोग का चाबुक, चंदा विसंगतियों का माँगा विवरण
बोर्ड ने चुनाव आयोग को जनवरी में पत्र लिखकर बताया था कि ‘आप’ द्वारा आयकर के साथ बताए गए चंदे और आयोग द्वारा बताए गए चंदे में विसंगतियां हैं।

चुनाव आयोग के अनुसार 30 सितंबर, 2015 को ‘आप’ ने 2014-15 की अपनी वास्तविक चंदा रिपोर्ट दाखिल की और इसके बाद संशोधित रिपोर्ट 20 मार्च, 2017 को दाखिल की।

पहली रिपोर्ट में 2,696 दानदाताओं और कुल 37.4 करोड़ रुपये का दान तथा संशोधित रिपोर्ट में 8,264 दानदाताओं और 37.6 करोड़ रुपये के दान का उल्लेख था।

चुनाव आयोग के नोटिस के अनुसार, “सीबीडीटी के अध्यक्ष ने जनवरी 2018 में ‘आप’ को वित्त वर्ष 2014-15 में मिले दान की एक रिपोर्ट भेजी है।”

सीबीडीटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए नोटिस में आरोप लगाया गया है कि ‘आप’ के बैंक खाते में 67.67 करोड़ रुपये भेजे गए हैं।
यह भी पढ़े: दिल्ली में सीसीटीवी के लिए 571 करोड़ रुपये स्वीकृत

पार्टी ने हालांकि अपने जांचे हुए हिसाब में दान से कुल आय 54.15 करोड़ रुपये बताई। इसके बाद यह माना गया कि पार्टी ने 13.16 करोड़ रुपये अपने खाते में नहीं गिने और यह राशि अज्ञात स्रोत द्वारा मानी गई।

सीबीडीटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पार्टी ने दो करोड़ रुपये हवाला संचालकों से लिए थे, जिन्हें भी गलत तरीके से स्वैच्छिक दान बताया गया है।

इसमें आरोप लगाया गया कि पार्टी ने अपनी वेबसाइट में भी इसे गलत तरीके से पेश किया और गलत जानकारी दी।

रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है कि दान रिपोर्ट की प्रमाणिकता पर सवाल उठने के बाद पार्टी ने दान रिपोर्ट कैसे बदली या संशोधित की है।

आयोग ने ‘आप’ को कारण बताने का निर्देश दिया है कि आयोग उसके खिलाफ चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन नहीं करने के लिए कार्रवाई क्यों ना करे।

LIVE TV