गुजरात चुनाव : भाजपा नहीं कर पाएगी जीएसटी में कटौती का गुणगान

जीएसटी में कटौतीअहमदाबाद: गुजरात चुनाव के पहले चरण के मतदान में 24 घंटे से कम का समय बचा है। 22 साल से सत्ता से दूर कांग्रेस और भाजपा वादों और कामों का प्रचार करने में लगी हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने बड़ा आदेश दिया है। आयोग ने कहा है कि जीएसटी में कटौती का प्रचार-प्रसार न किया जाए।

भाजपा जीएसटी पास होने व बाद में बढ़ते हंगामे के कारण की गई जीएसटी में कटौती को राज्य में भुनाने में लगी हुई थी। इस पर चुनाव आयोग का मानना है कि इससे वोटरों को प्रभावित किया जा सकता है। आयोग साफ कहा है कि हाल ही में 178 वस्तुओं पर लगने वाले कर में कटौती के फैसले का प्रचार-प्रसार न हो।

यह भी पढ़ें : धर्म के ‘ठेकेदारों’ को झटका, शादी से नहीं बदलता मजहब

हालांकि सरकार बिना किसी ख़ास वस्तु या सेवा का नाम लिए टैक्स को आसान बनाने की प्रक्रिया के बारे में बता सकती है।

गौरतलब है कि नोटबंदी और जीएसटी इस समय गुजरात विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा हैं। राहुल गांधी हर चुनावी रैली में जीएसटी और नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साधते हैं।

वहीं जीएसटी का गुजरात के व्यापारियों ने अच्छा खासा विरोध किया था। उसी समय कई लोगों ने बढ़ती महंगाई की वजह से भी केंद्र सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।

गुजरात चुनाव में इसका नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ सकता था कि लेकिन इसी बीच जीएसटी परिषद की बैठक में 178 चीजों के टैक्स में कटौती कर दी गई और अब केवल 57 चीजें ही ऐसी बची हैं जो 28 फीसदी टैक्स स्लैब में आती हैं।

LIVE TV