रात में इस तरह करें इस्तेमाल तो शरीर के लिए ‘दवा’ बन जाएगा दही
कहते हैं सब ऊपर वाले के हाथ में है। लेकिन हमारे हाथ में भी बहुत सी चीजें हैं। अगर हम संतुलित और नियमित जीवन जीते हैं तो काफी हद तक जिंदगी सुधार कर मौत को दूर रख सकते हैं। खाने के मामले में तो लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी चाहिए। इनका जिक्र कई बार सुना होगा। साथ ही पुराणों में भी जिक्र है।
हमारे धर्म ग्रंथों में ऐसे अनेक काम बताए गए हैं, जिन्हें करने से जिनका पालन न करने से हमारी आयु कम हो सकती है। गरुड़ पुराण में भी खाने को लेकर कुछ ऐसे नियम है, जिनसे दूरी बनाकर ही चलना चाहिए।
रात को भोजन करने के बाद हम कुछ देर बाद सो जाते हैं, जिसके कारण भोजन पच नहीं पाता। पेट में दही के ठीक से न पच पाने के अनेक साइट इफेक्ट होते हैं, जिसके कारण शरीर में अनेक प्रकार के रोग हो सकते हैं। इसलिए रात के समय दही नहीं खाना चाहिए।
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गरुड़ पुराण के अनुसार, रात में दही खाने से मनुष्यों की आयु कम होती है। वैसे तो दही खाना शरीर के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन रात के समय दही का सेवन करने से कई प्रकार के रोग होने की संभावना बढ़ जाती है जैसे- पेट के रोग आदि। आयुर्वेद में भी रात में दही खाने की मनाही है।
गर्मियों में दही खाने से शरीर का तापमान संतुलित बना रहता है। इसके अलावा ये पाचन क्रिया के लिए भी बहुत फायदेमंद है। दही में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन और दूसरे कई पोषक तत्व शरीर की कई आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होते हैं।
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लेकिन हर चीज की तरह दही खाने के भी कुछ खास नियम होते हैं। आमतौर पर घर में रात के समय दही खाना गलत माना जाता है। इसके अलावा दही खाने के इन नियमों को जानना भी आपके लिए बहुत जरूरी है।
अगर आपको बहुत जल्दी-जल्दी सर्दी-जुकाम हो जाता है तो रात के समय भूलकर भी दही न खाएं। इससे पेट खराब होने की आशंका बढ़ जाती है।
1- अगर रात के समय दही खा रहे हैं तो कोशिश कीजिए कि उसमें चीनी न मिलाएं।
2- अगर आप रात में दही खाने के आदती हैं तो आप उसमें कुछ मात्रा में काली मिर्च मिला सकते हैं।
3- रात को दही की जगह पर आप बटर मिल्क यानी मठ्ठा या छाछ का सेवन करें तो अति उत्तम होगा।