
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) में एक बड़े वित्तीय घपले का खुलासा हुआ है, जिसमें बाबू पवन कुमार ने विभागीय पोर्टल का दुरुपयोग कर 1.18 करोड़ रुपये की हेराफेरी की। इसमें महिला बाबू पिंकी देवी के खाते में 63 लाख रुपये और सफाईकर्मी चिंगाराम के खाते में 17 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए।

ऑडिट में मामला सामने आने पर पिंकी और चिंगाराम ने रकम वापस कर दी, लेकिन मुख्य आरोपी पवन कुमार राशि निकालकर फरार हो गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, डीवीवीएनएल की टेस्ट डिवीजन में कार्यरत अधिशासी अभियंता विजय प्रकाश और रविंद्र सिंह ने अपनी विभागीय पोर्टल की आईडी बाबू पवन कुमार को दी थी। इस पोर्टल में कर्मचारियों के बैंक खाते और वेतन संबंधी जानकारी दर्ज होती है। आरोप है कि पवन ने सात बैंक खातों को अपनी आईडी से बदल दिया और मार्च 2024 से मई 2025 के बीच एरियर व वेतन बढ़ाकर 1.18 करोड़ रुपये अपने और अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए। इसमें पिंकी देवी के खाते में 63 लाख और सफाईकर्मी चिंगाराम के खाते में 17 लाख रुपये शामिल थे।
ऑडिट के दौरान इस घपले का खुलासा हुआ, जिसके बाद पिंकी और चिंगाराम ने रकम वापस कर दी। हालांकि, पवन कुमार ने अपने हिस्से की राशि निकालकर फरार हो गया। मामले की शिकायत डीसीपी सिटी सोनम कुमार को दी गई, जिन्होंने एसीपी छत्ता पियूष कांत राय को जांच सौंपी। एसीपी ने बताया कि साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और शिकायतकर्ता व आरोपी बाबू के बयान दर्ज किए जाएंगे। खातों के लेन-देन की भी जांच की जा रही है। यदि आरोप सिद्ध हुए तो धोखाधड़ी का केस दर्ज किया जाएगा।