दूषित गंगा का पानी पीना मतलब बीमारी को न्यौता देना : राम नाईक
कानपुर। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सोमवार को कहा कि गंगा इतनी अधिक मैली हो चुकी है कि अब वहां का पानी पीने का मतलब है बीमारी को न्योता देना, जबकि हमारे यहां मान्यता थी की गंगा जल की दो बूंद से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
चौबेपुर के गौरी लक्खा गांव में गंगा-गाय बचाओ महासम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर राम नाईक ने कहा, “गंगा में चार लाख टन कचरा फेंका जाता है, जोकि सही नहीं है। गंगा और गाय के लिए सरकार काम कर रही है पर जनता को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। जब तक गाय दूध देती है तो गाय माता और दूध देना बंद कर दे तो घर से बाहर छोड़ कर लावारिस बना दिया जाता है, जो गलत है।”
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उन्होंने सवाल किया कि जब बुजुर्ग माता-पिता को घर से नहीं निकालते तो गाय माता को क्यों निकालें।
गौरी लक्खा में खोली जा रही गौशाला को लेकर उन्होंने कहा कि यह देश की पहली गौशाला होगी, जहां दिव्यांग गाय की सेवा होगी।
निकाय चुनाव में ईवीएम की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि इस मामले चुनाव आयोग से जांच को कहा गया है। चुनाव के बाद आयोग से रिपोर्ट मांगी जाएगी। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
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राज्यपाल ने लोगों ने वोट करने की अपील करते हुए कहा कि अधिक मतदान वाले 5-5 नगर निगम और नगर पालिका को वह राजभवन में सम्मानित करेंगे।
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