कांग्रेस बीजेपी से नहीं खुद के लोगों से परेशान, मुखिया तक पहुंचेगी शिकायत   

कांग्रेसदतिया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस का बुरा हाल है। यहां सत्ताधारी दल कांग्रेस भाजपा से नहीं, बल्कि अपने ही दल के लोगों से परेशान हैं। अब तो संगठन चुनाव की जिम्मेदारी निभाने वालों पर ही सवाल उठने लगे हैं। दतिया में चुनाव कराने आए निर्वाचन अधिकारियों पर भाजपा से सांठगांठ कर मनपसंद पदाधिकारियों की नियुक्ति के प्रयास किए जाने के आरोप लगे हैं।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि एक साल बाद विधानसभा चुनाव होना है और उससे पहले हो रहे संगठन चुनाव के लिए दतिया आए निर्वाचन अधिकारियों ने भाजपा नेताओं से सांठगांठ कर ली। यहां बताना लाजिमी होगा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद कांतिलाल भूरिया कई बार आरोप लगा चुके हैं कि फूलछाप कांग्रेसी ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

पार्टी के स्थानीय नेताओं का आरोप है कि संगठन के चुनाव के लिए नियुक्त पदाधिकारियों ने स्थानीय भाजपा नेताओं से सीधा संपर्क कर उनकी मनमाफिक पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए सौदेबाजी कर ली है।

इससे पहले पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार भागीरथ प्रसाद को सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भाजपा में शामिल कराया था और वे चुनाव भी जीते थे। ऐसा ही कुछ संगठन चुनाव में हो रहा है। कांग्रेसियों को पदाधिकारी बनाया जा रहा है, ताकि विधानसभा चुनाव से पहले उनका दल बदल कराकर कांग्रेस को कमजोर कर दिया जाए।

पूर्व विधायक और कांग्रे स नेता राजेंद्र भारती ने आरोप लगाया है कि दतिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मंत्री नरोत्तम मिश्रा से कांग्रेस संगठन के निर्वाचन अधिकारियों ने सांठगांठ कर फूलछाप कांग्रेसियों को पदों पर बैठा दिया है, बस घोषणा होना बाकी है। भारती ने कहा कि वस्तुस्थिति से राष्ट्रीय अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के नेताओं को अवगत कराएंगे, क्योंकि संगठन चुनाव में पैसे का लेन-देन भी हुआ है।

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