पांच राज्यों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ,राहुल और प्रियंका के नेतृत्व पर उठे सवाल

दिलीप कुमार

देश भर के पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित हो गया। घोषित हुए पांचो राज्यों पर यदि नजर डाला जाए तो चार राज्यों में बीजेपी ने अपना परचम लहराया है और पंजाब में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ अपनी जीत दर्ज कर ली।

देश की सबसे पुरानी राहुल गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी भारातीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पांचो राज्यों में सुपड़ा साफ हो गया है। कांग्रेस के बुरे प्रदर्शन को लेकर सोशलमीडिया पर खूब चर्चा हो रही है।

कांग्रेस ने इस बार प्रियंका गांधी के नेतृत्व उत्तर प्रदेश का विधान सभा चुनाव लड़ी थी। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में इस बार सीटों के मामले में पिछली बार के सापेक्ष में और कम सीट पाई है। कांग्रेस को इस बार पार्टी यूपी में कम सीट के साथ वोट शेयर तीन प्रतिशत है। प्रियंका गांधी का 40 परसेंट में महिलाओं को टिकट देने वाला फारमूला भी फेल हो गया है।

वहीं अगर पंजाब की बात करें तो वहां भी पार्टी का मत फीसद 2017 के मुकाबले 38.05 प्रतिशत से गिरकर 23.3 फीसद पर आ गया है। इसके अलांवा कांग्रेस 2017 में गोवा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस इस बार पिछे हो गई। मणिपुर में कांग्रेस का मत फीसद 2017 के मुकाबले 35.1 फीसद से 17 फीसद पर आकर टिका। पंजाब में आम आदमी पार्टी को जनादेश मिलने का सीधा मतलब है कि पंजाब कांग्रेस और अकाली दल के विकल्प के तलाश में थी।

आपको बता दें कि यूपी समेत पांचो राज्यों में कांग्रेस के सफाया होने के बाद राहुल और प्रियंका गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के हाथों से पंजाब फिसलने के बाद पार्टी के भविष्य को लेकर तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही है। पांच राज्यों में से चार पर बीजेपी और एक पर आप के काबिज हो जाने के बाद कांग्रेस की मुस्किलें बढ़ गई है।

गुरूवार को चुनावी परिणाम घोषित होने के दौरान कांग्रेसी खेमे में बेहद खामोशी दिखी। कांग्रेस के हाथ से पंजाब निकलने के बाद कांग्रेस सन्न हो गई है। पिछले कई महिनों से पंजाब और उत्तराखंड में चल रही गुटबाजी पार्टी को आखिरकार ले डूबी।

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