बीजापुर में 7 नक्सलियों ने किया समर्पण, इनमें से दो पर था लाखों का इनाम

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आज एक महिला समेत सात हार्डकोर नक्सलियों ने बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इनमें दो नक्सलियों पर 2 लाख और एक नक्सली पर एक लाख का इनाम है।

छत्तीसगढ़

आईजी सिन्हा ने बताया कि ये नक्सली पिछले पांच सालों से अधिक समय से नक्सली संगठन में कार्यरत थे। संगठन के क्रिया-कलापों से तंग आकर उन्होंने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण नक्सलियों का कहना है कि नक्सली अंदरूनी इलाकों में विकास करने में बाधा उत्पन्न करते हैं, जिससे हमारे गांव का भी विकास नहीं हो पा रहा था। अब इन नक्सलियों का कहना है, “अब हम अपने गांव का विकास में सहभागी बनेंगे।”

सिन्हा ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 10-10 हजार रुपये का वितरण किया। आत्मसमर्पण करने नक्सलियों में एक प्लाटून 13 का सेक्शन कमांडर है। वहीं दो मिलिशिया कमांडर है।

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों में लेकाम चेतू उर्फ जीतू ने 303 राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया। इस पर एक लाख का नगद इनाम घोषित था। प्लाटून सदस्य सुदरु कोरसा उर्फ मोहन पर दो लाख रुपये का इनाम था।

यह भी पढ़ें:- ‘मामा’ के सूबे में पेट्रोल-डीजल के दामों में आई भारी गिरावट, जनता को मिली बड़ी राहत

इसने इंसास राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया। मोटू आयामी पिता जोगा मिलिशिया डिप्टी कमांडर के तौर पर 2010 से लगातार नक्सल संगठन में सक्रिय था। इसने 12 बोर बंदूक के साथ आत्मसमर्पण किया। सुकड़ा उर्फ सुकू मिलिशिया प्लाटून नंबर 13 का सेक्शन कमांडर जिसने एसएलआर राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने इस पर दो लाख का इनाम घोषित कर रखा था। यह भैरमगढ़ एरिया कमेटी के तहत 2008 से सक्रिय था।

यह भी पढ़ें:- पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती के बाद भी कांग्रेस ने दी PM मोदी को दी ये चुनौती

इसी तरह माधवी पिन्नू मिलिशिया कमांडर 303 राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया। महेश पल्लो मिलिशिया कमांडर भरमार बंदूक के साथ आत्मसमर्पण किया, जो डिवीजन में सक्रिय था। सोमरी सोढ़ी एएमएस सदस्य के तौर पर वर्ष 2005 से संगठन में सक्रिय थी। इस दौरान डीआईजी रतनलाल डांगी, एसपी मोहित गर्ग भी मौजूद थे।

देखें वीडियो:-

LIVE TV