आज का सुविचार: चाणक्य की इन बातों को मान लिया तो शत्रु भी टेक देगा घुटने

कूटनीति और सामान्य व्यवहार के बारे में कई छोटी-छोटी सीख देने वाले कौटिल्य यानी आचार्य चाणक्य ने कुछ ऐसी नीतियां भी दुनिया के सामने रखी हैं जिन्हें आज के दौर में भी सच के करीब माना जा सकता है। चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है। चाणक्य स्वयं एक शिक्षक थे। इसीलिए चाणक्य को आचार्य चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है। चाणक्य ने अपने जीवन में विभिन्न विषयों का अध्यन किया।

अनुभव और परिस्थितियों के आधार चाणक्य ने पाया कि व्यक्ति यदि गंभीर और जागरूक है और अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सजग है तो उसे धरती पर ही स्वर्ग की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही चाणक्य ने कुछ ऐसी चीजों के बारे में भी बताया है, जो व्यक्ति को धरती पर ही स्वर्ग जैसा सुख प्रदान करने में सहायक हैं। शत्रुओं से कैसे बचा जाए और समय आने पर इन्हें कैसे परास्त किया जाए, इस पर चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में बताया है। आइए जानते हैं आज का चाणक्य नीति-

शत्रु को कमजोर न समझें
चाणक्य के अनुसार शत्रु को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए। जब व्यक्ति यह गलती कर बैठता है तो उसे नुकसान उठाना पड़ता है।

गतिविधियों पर नजर रखें
चाणक्य का मानना है कि शत्रु की गतिविधियों को कभी अनेदखा नहीं करना चाहिए। शत्रु की प्रत्येक गतिविधि की जानकारी होना जरूरी है। जानकारी मिलते रहने से, आप शत्रु की पराजित करने की योजना बना सकते हैं।

शत्रु का स्वभाव और शक्ति ज्ञात होनी चाहिए
चाणक्य नीति के अनुसार शत्रु का स्वभाव और उसकी शक्ति का सही अदांजा होना बहुत ही जरूरी है। शत्रु शक्तिशाली हो तो छिप जाना चाहिए और समय का इंतजार करना चाहिए। स्वयं की शक्तियों में समय समय पर वृद्धि करते रहना चाहिए। ऐसा करने से शत्रु शांत रहते हैं।

LIVE TV