
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने अब सतह पर होने वाले कैंसर का इलाज सिर्फ आधे घंटे में करने का दावा किया है। आईआईटी मुंबई और टाटा मेमोरियल सेंटर की एक रिसर्च टीम ने औरल, सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर और कई प्रकार के ट्यूमर को खत्म करने की दिशा कदम उठाया है।
अब कैंसर को गोल्ड-पॉलीमर नैनोपार्टिकल्स और नियर इंफ्रारेड लाइट की मदद से जड़ मिटाया जा सकेगा।
वैज्ञानिकों ने हाइब्रिड गोल्ड-पॉलीमर नैनोपार्टिकल्स को ट्यूमर खत्म करने के लिए सिंथेसाइज़ कर लिया है।
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बता दें कि कैंसर के इस नए इलाज से 43 डिग्री सेंटीग्रेड पर पॉलीमर कैंसर के सेल को खत्म कर देता हैसाथ दवा को भी रिलीज कर देता है।
कैंसर के सेल को खत्म करने के लिए 43 डिग्री का तापमान चाहिए होता है। डॉक्टर डे बताते हैं कि ये नया तरीका कैंसर के इलाज में एक बड़ी सफलता है।
वहीं डॉक्टर श्रीवास्तव का कहना है कि जो पहले से कैंसर का ट्रीटमेंट चला आ रहा है वो कैंसर सेल को खत्म करनें में असरदार नहीं है। बिना गोल्ड-पॉलीमर के अक्सर तापमान 43 डिग्री तक नहीं पहुंचता. इस नए तरीके के साथ इस तापमान पर पहुंचना सुनिश्चित हो जाता है।
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आगे कहा कि जल्द ही इस इलाज के पहले चरण के ट्रायल के लिए कंपनियों से बात की जाएगी। अगर कोई नहीं तैयार होता है तो आईआईटी मुंबई खुद इस दिशा में काम करेगी। इस नए तकनीक से कैंसर का इलाज सुरक्षित और जल्द होने लगेगा। साथ ही इस इलाज को पूरा करने में केवाल आधे घंटे का वक्त लगेगा।