एफएमसीजी क्षेत्र के लिए निफ्टी सूचकांक में 2006 अंकों की वृद्धि हुई, जो कि बाकी बाजारों की तुलना में भारी लाभ था, जो की नीचे चल रहे थे।

एफएमसीजी क्षेत्र के लिए निफ्टी सूचकांक में 2006 अंकों की वृद्धि हुई, जो कि बाकी बाजारों की तुलना में भारी लाभ था, जो नीचे की ओर चल रहे थे। ब्रिटानिया, हिंदुस्तान लीवर और गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने सबसे अधिक लाभ कमाया, जिनके शेयरों में क्रमशः 245, 106 और 70 अंकों की वृद्धि हुई। वित्त मंत्री द्वारा आयकर राहत योजना की घोषणा के समय 455 अंक नीचे जाने के बाद सेंसेक्स धीरे-धीरे 14 अंक ऊपर चढ़ा। बजट भाषण समाप्त होने पर निफ्टी भी 115 अंक गिरने के बाद 3 अंक ऊपर चढ़ा।
केंद्रीय बजट भाषण के बाद बीएसई सेंसेक्स की 30 में से 17 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। अल्ट्रासेमको को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जो 427 अंक नीचे आ गया। लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) भी 113 अंक नीचे आ गया। सेक्टोरल इंडेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी मेटल में 1.94% की आई। इसके बाद निफ्टी ऑयल एंड गैस में 1.93% की गिरावट आई, और निफ्टी पीएसयू बैंक और निफ्टी मिडस्मॉल आईटी एंड टेलीकॉम में 1.29% की गिरावट आई।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2025 पेश किए जाने के बाद बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहने से बीएसई सेंसेक्स में 452 अंकों की गिरावट आई और निफ्टी में 150 अंकों की गिरावट आई। बजट की सबसे बड़ी खासियतों में से एक 12 लाख तक की आय पर कोई आयकर नहीं लगाने की घोषणा की थी, जिसके कारण बाजार में तेजी से उछाल आया और उसके बाद फिर से गिरावट आई।