BSP सुप्रीमो मायावती बोलीं- BJP को संविधान दिवस मनाने का अधिकार नहीं
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संविधान दिवस मनाने के कार्यक्रम में हिस्सा न लेने का फ़ैसला किया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें इस बात की गहन समीक्षा करें कि क्या ये पार्टियां संविधान का सही से पालन कर रही हैं? अर्थात नहीं कर रही हैं इसलिए हमारी पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संविधान दिवस मनाने के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फ़ैसला किया है।
बसपा प्रमुख ने कहा, SC/ST, OBC वर्गों का ज़्यादातर विभागों में आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है। इनके लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की गई है। केंद्र और राज्य सरकारे इस मामले में क़ानून बनाने के लिए तैयार नहीं है। ऐसी सरकारों को संविधान दिवस मनाने का अधिकार नहीं है।
बसपा सुप्रीनो ने कहा, देश में गरीबी बढ़ रही है और खासतौर से मध्यम व गरीब लोग बहुत दुखी हैं। केंद्र व राज्य सरकारों को इस पर ध्यान देना चाहिए। दोनों ही इसके प्रति गंभीर नहीं है। मायावती ने कृषि कानूनों पर भी अपनी बात रखी। कहा कि तीन कृषि कानून वापस कर लिए गए हैं जो बहुत उचित कदम है, लेकिन किसानों की अन्य जरूरी मांगों को भी पूरा कर लेना चाहिए ताकि किसान अपने घरों को खुशी-खुशी वापस लौट सकें। मायावती ने कहा कि चूंकि दलितों के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम संविधान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम से भी दूरी बनाई है ।