मेरठ में कांवड़ झांकी के दौरान दो समुदायों में खूनी संघर्ष, एक युवक की मौत

मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के इंचौली थाना क्षेत्र के ऊलदेपुर गांव में गुरुवार सुबह कावंड़ झांकी देखने को लेकर दलितों व ठाकुरों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। संघर्ष के दौरान चले लाठी-डंडे और धारदार हथियारों से जहां एक दलित युवक की मौत हो गई, वहीं आठ लोग घायल बताए जा रहे हैं। 

मेरठ में कांवड़ झांकी के दौरान दो समुदायों में खूनी संघर्ष

सूचना मिलने पर आठ थानों की पुलिस पहुंची और स्थिति को सभांलने में जुट गई। उधर दलितों ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक का शव गांव के मुख्य चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने ठाकुर समाज के तीन युवकों को हिरासत में ले लिया है।

जानकारी के मुताबिक, ऊलदेपुर गांव में ठाकुर और अनुसूचित जाति के लोगों के बीच करीब तीन साल से जातीय विवाद चला आ रहा है। बुधवार रात दोनों बिरादरियों के लोगों के बीच उस वक्त तनाव की स्थिति बन गईए जब तीन दलित युवक कांवड़ देखने मोदीपुरम गए। रास्ते में ही ठाकुर समाज के लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना से देर रात गांव में तनाव फैल गया था। हालांकि गांव के कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। लेकिन सुबह होते ही मामला फिर भड़क गया और दलित ठाकुरों की बस्ती में पहुंच गए। वहां दोनों बिरादरियों के लोगों में करीब 20 मिनट तक लाठी-डंडे और धारदार हथियार चले।

इस घटना में 19 साल के दलित छात्र रोहित पुत्र देवेंद्र की मौत हो गई। वहीं विनोद, अनुज, रवि समेत बाछ लोग भी घायल हो गए। रोहित की मौत से भड़के अनुसूचित जाति के लोगों ने पथराव किया और गांव के मुख्य चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया।

सूचना मिलते ही सीओ दौराला और सीओ सदर देहात आठ थानों की फोर्स और पीएसी लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम भिजवाने की कोशिश की, लेकिन अनुसूचित जाति के लोगों ने ठाकुर समाज के सभी आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। इस बीच एसडीएम सदर निशा अनंत भी मौके पर पहुंची।

वहीं पुलिस ने तीन लोगों का हिरासत में ले लिया है। शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि केस दर्ज करके माहौल खराब करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। तनाव के मद्देनजर गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।

LIVE TV