
हमारे शास्त्रों में कही गई बातें हमारे जीवन से हमेशा जुड़ी रहती हैं. जन्म लेने से पहले से लेकर बाद तक हमारे जीवन पर गहरा असर डालती हैं. ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि बर्थमार्क इंसान के जीवन और उसके स्वभाव के बारे में कई राज खोलता है. शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर बर्थ मार्क का क्या अर्थ हो सकता है. यह हैरान करने वाला है.
डॉक्टरों के मुताबिक, प्रेगनेंसी के समय मां की गतिविधियों के कारण बच्चे के शरीर पर निशान बन जाते हैं.वैज्ञानिकों के अनुसार बर्थ मार्क जेनेटिकली भी होते हैं. यदि पैरेंट्स के शरीर के किसी हिस्से पर निशान है तो संभवतः बच्चे के शरीर पर भी वो निशान हो सकता है.
कुछ लोगों का मानना है कि बर्थमार्क पूर्वजन्म से संबंधित होता है. वहीं में इसे लेकर कुछ अलग मान्यताएं हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बर्थमार्क कई बार सौभाग्य लेकर आता है तो कई बार दुर्भाग्य. ये इस बात पर निर्भर करता है कि मार्क किस हिस्से पर है.
गालों पर बर्थमार्क होने का अर्थ होता है कि व्यक्ति बहुत जुनूनी है. इसके साथ उसमें अधिक कामुकता है.
जिन लोगों के उल्टे गाल पर बर्थमार्क होता है उनका जीवन अवसादपूर्ण रहता है.
पेट पर बर्थ मार्क है तो इसका अर्थ हो सकता है कि आप बहुत लालची और हमेशा अपने बारे में सोचने वाले व्यक्ति हो सकते हैं.
मुंह के पास मार्क होने का अर्थ होता है कि व्यक्ति अधिक बोलता है. इसके साथ ही वो इमोशनल होते हैं.
अपनी वाक्पट्टुता के कारण उनके पास धन की कमी नहीं रहती है.