
महागठबंधन की ओर से नवरात्र के पहले ही दिन अपना संयुक्त घोषणा पत्र जारी कर दिया गया है। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, शक्ति सिंह गोहिल और महागठबंधन के कई अन्य नेता वहां मौजूद रहैं। इस दौरान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सरकार बनने पर किये जाने वाले कार्यों के बाबत पूरी जानकारी दी। इसी के साथ बिहार की नीतीश सरकार पर जनहित कामों में अनदेखी का आरोप भी लगाया।

कानून व्यवस्था पर सरकार को सभी मोर्चों पर फेल बताते हुए तेजस्वी यादव ने दोहराया कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट बैठक में 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी। आपको बता दें कि इस साझा घोषणापत्र को बदलाव के संकल्प पत्र का नाम दिया गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 15 सालों से राज्य के मुख्यमंत्री हैं बावजूद इसके वह अभी तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला पाए हैं। सीधे तौर पर नीतीश पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि 2015 के चुनाव में मुख्यमंत्री कहते थे कि मोतीहारी के शुगर मिल में चाय पिएंगे। आज चाहे शुगर मिल हो, जूट मिल हो या पेपर मिल हो सब कुछ ठप पड़ा है।