मिल गयी वो वजह जिसके चलते भुवि ने जड़ा था अर्धशतक

भुवनेश्वर के अर्धशतकपल्लेकेले। आठवें विकेट के लिए पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ 100 रनों की रिकार्ड साझेदारी कर श्रीलंका के मुंह से जीत छीनकर भारत की झोली में डालने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने कहा है कि धोनी ने उनसे बिना किसी दबाव के अपना स्वाभाविक खेल खेलने को कहा था। भारत ने गुरुवार को खेले गए दूसरे वनडे मैच में भुवनेश्वर के अर्धशतक की मदद से श्रीलंका को तीन विकेट से हरा दिया था।

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यह जीत नाटकीय रही। बारिश के कारण भारत को 47 ओवरों में 231 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला था। रोहित शर्मा (54) और शिखर धवन (49) ने टीम को अच्छी शुरुआत भी दी और पहले विकेट के लिए 109 रन जोड़े। लेकिन, तभी अकिला धनंजय ने भारतीय गेंदबाजों को अपनी फिरकी के जाल में फंसाया और मेहमान टीम का स्कोर सात विकेट पर 131 रन कर दिया।

यहां से श्रीलंका की जीत तय लग रही, लेकिन दूसरे छोर पर धोनी जमे हुए थे और भुवनेश्वर ने उनका भरपूरा साथ दिया। अंजाम यह हुआ की दोनों नाबाद लौटते हुए टीम को जीत दिला ले गए।

क्रिकइंफो ने भुवनेश्वर के हवाले से लिखा है, “जब मैं बल्लेबाजी करने गया तो एमएस (धोनी) ने कहा कि अपना स्वाभाविक खेल खेलो, जैसा कि मैं टेस्ट क्रिकेट में खेलता हूं। किसी तरह का दबाव न लो। हमारे पास उस समय काफी ओवर थे और हम जानते थे कि अगर हमने पूरे ओवर खेल लिए तो हम मैच जीत जाएंगे।”

53 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले भुवनेश्वर ने कहा, “इसलिए जब मैं गया तो एक लिहाज से किसी तरह का दबाव नहीं था क्योंकि मैं जानता था कि इस परिस्थति में हमारे पास खोने को कुछ नहीं है क्योंकि सात विकेट पहले ही गिर चुके थे। मैं बस इस बारे में सोच रहा था कि बस मुझे खेलना है और एमएस का साथ देना है। मैं इसी की कोशिश कर रहा था।”

भुवनेश्वर टेस्ट में अर्धशतक जमा चुके हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट में उनका यह पहला अर्धशतक है। वह गेंद से एक भी विकेट नहीं ले पाए थे, लेकिन बल्ले से उन्होंने सारी कमी पूरी कर दी।

अपने पहले अर्धशतक पर उन्होंने कहा, “मैंने कभी सपने में नहीं सोचा था कि मैं वनडे में अर्धशतक लगाऊंगा। सिर्फ पचास रन ही नहीं, मैच जिताऊ पारी खेलने के बारे में भी नहीं सोचा क्योंकि वनडे इस तरह का प्रारूप है जो मेरी बल्लेबाजी के मुताबिक नहीं है। मैं उस तरह का बल्लेबाज नहीं हूं जो लंबे छक्के लगा सके। लेकिन इस मैच की परिस्थति मेरे लिए उपयुक्त थी, क्योंकि हालात पूरे टेस्ट क्रिकेट जैसे हो गए थे।”

मैच का रुख श्रीलंकाई गेंदबाज अकिला ने मोड़ा था। भुवनेश्वर ने उनके खिलाफ तय रणनीति के साथ बल्लेबाजी की थी।

उन्होंने कहा, “मैंने उनके खिलाफ रणनीति बनाई थी। वो ऑफ स्पिनर हैं जो लेग स्पिन और गुगली भी फेंकते हैं, इसलिए यह हमारे लिए हैरानी वाली बात थी। मैं उन्हें एक ऐसे गेंदबाज के तौर पर खेल रहा था जो गुगली डालता है।”

धोनी और भुवनेश्वर के बीच हुई सौ रनों की साझेदारी भारत की तरफ से आठवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।

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