घर में बदलाव करने से पहले जान लें ईशान कोण का सही महत्व, वरना होगी बर्बादी

ईशान कोण को वास्तु शास्त्र में सबसे अच्छी दिशा माना जाता है। ज्यादातर घर में कोई नई चीज रखनी हो तो ईशान कोण में ही रखना उचित माना जाता है। घर पर मंदिर भी हो तो ईशान कोण में। कहा जाता है कि घर की हर चीज आप बिना सोचे-समझे ईशान कोण में रख सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते एक ऐसी भी चीज है जिसे इस ईशान कोण में नहीं रखना चाहिए।

ईशान कोण

क्या है ईशान कोण

पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती हैं उस स्थान को ईशान दिशा कहते हैं। वास्तु अनुसार घर में इस स्थान को ईशान कोण कहते हैं। इस दिशा के स्वामी ग्रह बृहस्पति और केतु माने गए हैं।

ईशान कोण में क्या रखें

घर को ईशान हिस्सा बहुत पवित्र माना गया है। इस दिसा सबसे ज्यादा साफ और सुथरा रखना चाहिए। इस स्थान पर आप अपना कोई भी शुभ काम कर सकते हैं। अगर घर के मुख्य द्वार इस दिशा में हो तो सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिशा में किया गया हर काम सफल होता है।

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ईशान कोण में क्या नहीं रखें

इस स्थान पर कूड़ा-करकट रखना, स्टोर, टॉयलेट, किचन वगैरह बनाना, लोहे का कोई भारी सामान रखना वर्जित है। इससे धन-संपत्ति का नाश और दुर्भाग्य का निर्माण होता है. ऐसा करने से आप बर्बादी के द्वारा खोल देंगे।

अन्य दिशाओं का महत्व

आग्नेय

पूर्व और दक्षिण के बीच की दिशाएं जहां पर मिलती है उसे आग्नेय कोण कहा जाता है। इस दिशा में किचन, स्टैंड, गैस, बॉयलर, ट्रांसफॉर्मर आदि होना चाहिए।

वायव्य

उत्तर-पश्चिम के बीच वायव्य दिशा होती है। यदि आपके घर में नौकर है तो उसका कमरा भी इसी दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में आपका बेडरूम, गैरेज, गौशाला आदि होना चाहिए।

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नैऋत्य

दक्षिण-पश्चिम के बीच को नैऋत्य दिशा कहते हैं। इस दिशा में खुलापन अर्थात खिड़की, दरवाजे बिल्कुल ही नहीं होना चाहिए। गृहस्वामी का कमरा इस दिशा में होना चाहिए। कैश काउंटर, मशीनें आदि आप इस दिशा में रख सकते हैं।

दक्षिण

इस दिशा में घर का भारी सामान रखें। दिशा में किसी भी प्रकार का खुलापन, शौचालय आदि नहीं होना चाहिए। घर की तिजोरी को इस दिशा में रखना चाहिए। इससे धन में बढ़ोतरी होती है।

पश्चिम

रसोईघर या टॉयलेट इस दिशा में होना चाहिए. रसोईघर और टॉयलेट पास-पास न हो।

पूर्व

यदि घर का द्वार इस दिशा में है तो मात्र उत्तम है। गृहस्वामी की लंबी उम्र व संतान सुख के लिए घर के प्रवेश द्वार व खिड़की का इस दिशा में होना शुभ माना जाता है।

उत्तर

इस दिशा में खिड़की, दरवाजे, घर की बालकनी होना चाहिए। इस दिशा में घर के सबसे ज्यादा खिड़की और दरवाजे होना चाहिए। घर में अगर बालकनी व वॉश बेसिन भी हो इसी दिशा में होनी चाहिए।

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