राम रहीम को सजा सुनाने वाले जज की जान को खतरा, बढ़ाई गई सुरक्षा

बाबा का नया कारनामानई दिल्ली। बाबा राम रहीम भले ही जेल में हवा खा रहा है, लेकिन उसके रुतबे और बाहुबली होने का खौफ अभी भी देखा जा रहा है। एक बार फिर उस जज की जान पर खतरा मंडराने लगा है, जब डेरा सच्चा सौदा के पूर्व मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के मामले की नियमित तौर पर सुनवाई कर रही है। उनकी सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले दो साध्वियों के रेप मामले की सुनवाई के दौरान भी जज जगदीप सिंह की सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे।

ख़बरों के मुताबिक अभी तक सीबीआई कोर्ट के जज की सुरक्षा में 45 पुलिसकर्मी तैनात थे, अब उनकी संख्या बढ़ाकर 60 कर दी गई है।

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डीएसपी राजेश फोगट जज जगदीप सिंह के सिक्यूरिटी इंचार्ज होंगे। क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) की रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जज की सुरक्षा में इजाफा किया गया है।

साथ ही जगदीप सिंह को मुख्यमंत्री की बुलेटप्रूफ कार भी दी गई है। ताकि किसी भी तरह से उन पर हमले की प्लानिंग बनाने वालों के मंसूबे कामयाब न हो पाएं।

रणजीत हत्या कांड की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए की गई। बाबा राम रहीम जेल से ही कोर्ट में पेश हुए थे। इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर राम रहीम सिंह का नाम है।

इसके अलावा बाबा सिरसा के स्थानीय पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या में भी आरोपी है। इन दोनों केस की सुनवाई सीबीआई जज जगदीप सिंह कर रहे हैं।

साल 2002 में राम चंद्र छत्रपति के अखबार ‘पूरा सच’ में एक बेनाम पत्र प्रकाशित किया गया था। इस पत्र में बताया गया था कि डेरा में बाबा राम रहीम किस तरह महिलाओं का यौन शोषण करता है। इसके बाद पत्रकार की उनके घर के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई।

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छत्रपति से पहले डेरा के पूर्व मैनेजर रणजीत की हत्या कर दी गई थी। बताया जाता है कि डेरा समर्थकों को शक था कि वह बेनाम पत्र रणजीत ने ही अपनी बहन से लिखवाया है, जो कि डेरा में साध्वी थी।

इस पत्र पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने इस मामले की जांच की। जिसमें बाबा राम रहीम को बलात्कारी करार दिया गया था।

पंचकुला की सीबीआई कोर्ट में जिस दिन राम रहीम को रेप मामले में सजा सुनाने का दिन मुक़र्रर किया गया, उसी दिन राम रहीम के इशारे पर भारी संख्या में डेरा समर्थकों की भीड़ जमा की गई।

रेप मामले की हकीकत खुलने और सजा का ऐलान होने के बाद समर्थकों की भीड़ ने वो कारनामा कर दिखाया जिसकी आशंका कई दिनों से जताई जा रही थी।

पंचकुला सहित कई जगहों पर हिंसा पनप गई और दर्जनों लोगों को अपनी जन से हाथ धोना पड़ गया। बताया जाता है कि हिंसा की आंड में डेरा समर्थक राम रहीम को भागाने की कोशिश में थे। लेकिन कामियाब न हो सके।

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