न हिन्दू न मुसलमान, अयोध्या की विवादित जमीन है इनके नाम!

लखनऊ। आज सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद पर सुनवाई चल रही है। ऐसे में अदालती कार्यवाही के दौरान अयोध्या में विवादित जमीन को लेकर एक और पक्ष सामने आया है। जिसका दावा है कि यह जमीन न हिन्दू की है और न ही मुसलमान की। बल्कि यह विवादित जमीन उसके धर्म की है।

न हिन्दू न मुसलमान

दरअसल, अयोध्या में रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर आज देश की सबसे बड़ी अदालत सर्वोच्च नायालय में सुनवाई हो रही है। इसी बीच बौद्ध धर्म के कुछ लोगों ने कोर्ट में दावा किया है कि अयोध्या की विवादित जमीन बौद्ध समुदाय के लोगों की है।

सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में बौद्ध धर्म के अपीलकर्ता ने कहा है कि बाबरी मस्जिद के निर्माण से पहले उस जगह पर बौद्ध धर्म से जुड़ा ढांचा था। एएसआई (पुरातत्व विभाग) की खुदाई से पता चला है कि वहां स्तूप, गोलाकार स्तूप, दीवार और खंभे थे जो कि बौद्ध धर्म की पहचान है।

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याचिका कर्ता विनीत कुमार मौर्य ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि विवादित स्थल को श्रावस्ती, कपिलवस्तु, कुशीनगर और सारनाथ की तरह ही एक बौद्ध विहार घोषित किया जाए।

साथ ही उन्होंने अदालत से उम्मीद जताई है कि बौद्ध धर्म के लोगों के साथ न्याय किया जाएगा और उन्हें कोर्ट से इंसाफ मिलेगा।

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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में आज अयोध्या विवाद पर सुनवाई हो रही है। ऐसे कोर्ट ने उन सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है. जो मुख्य पक्षकारों की तरफ से दायर नहीं की गई थीं। ऐसे में अब कोर्ट सिर्फ मुख्य पक्षकारों की ही दलील को सुनेगा।

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