10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा ‘प्रत्यक्ष कर’ संग्रहित करके मोदी सरकार ने दर्ज कराई एक और उपलब्धि

नई दिल्ली| बीते वित्त वर्ष में देश में 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा प्रत्यक्ष कर संग्रह किया गया जोकि उससे पिछले साल के मुकाबले 18 फीसदी ज्यादा है। यह जानकारी बुधवार को सरकार की ओर से दी गई।

नरेंद्र मोदी

वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, “बीते वित्त वर्ष 2017-18 में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 10.03 लाख करोड़ रहा, जोकि वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले 18 फीसदी ज्यादा है। “मंत्रालय ने कहा कि प्रत्यक्ष कर संग्रह में 18 फीसदी की सालाना वृद्धि पिछले सात साल में सबसे ज्यादा है।

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पिछले महीने वित्त सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में भारत का प्रत्यक्ष कर संग्रह पिछले साल के मुकाबले 17.1 फीसदी बढ़कर 9.95 लाख करोड़ हो गया और यह बजट अनुमान के आंकड़े से पहले ही अधिक हो चुका है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े अस्थाई हैं और कर संग्रह के अंतिम आंकड़े आने पर इसमें परिवर्तन हो सकता है।

सीबीडीटी के चेयरमैन ने बताया कि इस दौरान करीब 6.84 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए। जबकि बीते वर्ष यह आंकड़ा 5.43 करोड़ रहा है। वहीं करीब 99.5 लाख नए करदाताओं को टैक्स के दायरे में लाया गया है।

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