देश में गहराया बिजली संकट, गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बड़ी बैठक, कोयला और ऊर्जा मंत्री भी मौजूद

Power Crisis: देश में बढ़ती गर्मी के बीच अलग-अलग राज्यों में बिजली की कटौती लगातार जारी है। ऐसे में विपक्षी दलों ने ताप संयंत्रों में कोयले की कमी के लिए केंद्र को दोषी ठहराया है। बिजली संकट के मद्देनजर कोयला माल ढुलाई बढ़ाने के लिए रेलवे ने अब तक करीब 50 यात्री रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है। इसके चलते छत्तीसगढ़, ओड़िशा, मध्य प्रदेश और झारखंड जैसे कोयला उत्पादक राज्यों से आने-जाने वाले लोगों को असुविधा हो रही है।

पिछले हफ्ते बिजली की कमी जहां 5.24 गीगावॉट थी, वही बृहस्पतिवार को ये बढ़कर 10.77 गीगावॉट हो गई. पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पीओएसओसीओ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक रविवार को व्यस्त समय में बिजली की कमी सिर्फ 2.64 गीगावॉट थी, जो सोमवार को 5.24 गीगावॉट, मंगलवार को 8.22 गीगावॉट, बुधवार को 10.29 गीगावॉट और बृहस्पतिवार को 10.77 गीगावॉट हो गई।

आपको बता दे कि, बिजली की आपूर्ति तीन बार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची। व्यस्त समय में अधिकतम पूरी गई बिजली की मांग मंगलवार को रिकॉर्ड 201.65 गीगावॉट पर पहुंच गई. यह सात जुलाई, 2021 को 200.53 गीगावॉट थी. बृहस्पतिवार को बिजली की अधिकतम मांग 204.65 गीगावॉट के रिकॉर्ड स्तर पर थी और शुक्रवार को यह 207.11 गीगावॉट के सर्वकालिक उच्च को छू गई। बुधवार को यह 200.65 गीगावॉट थी।

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