
दिलीप कुमार
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने नियामक कार्रवाई के जरिए आईटी इंडस्ट्री पर अपना नियंत्रण कड़ा कर दिया है, जिसके बाद से दुनिया ई-कामर्शयल कंपनी अलीबाबा के शेयर की कीमत आधी से भी कम हो गई।

मसलन अलीबाबा समूह ने अपने शेयर की कीमत में आई गिरावट को संतुलित करने के लिए एक नए प्रस्ताव को पेश करते हुए कहा कि हमारी कंपनी शेयर दोबारा खरीदने योग्य बनाने के लिए 15 अरब डॉलर से बढ़ाकर 25 अरब डॉलर निवेश कर दी है।
कंपनी ने दावा किया कि उसके इस प्रस्ताव के द्वारा किए गए निवेश से उसके कंपनी के शेयर की कीमत में एक बार पुन: वृद्धि होगा। उसने कहा कि घोषित किए गए कुल राशि में से अब तक 9.2 अरब डॉलर का भुगतान किया जा चुका है। चाइना सरकार के द्वारा किए नियमों में फेरबदल के बाद से अब तक अलीबाबा के अमेरिका में कारोबार करने वाले शेयर में 56 फीसदी की आई है।
बता दें कि अलीबाबा एक चीनी कंपनी है, जो दुनिया की सबसे बड़ी ई-कामर्स कंपनी मानी जाती है। अलीबाबा मूल रूप से Amazon और E-Bay की तरह सहकर्मी से सहकर्मी काम करने वाली टेक कंपनी है। इसे पूरी दुनिया में व्यापर से व्यापार, व्यापारी से उपभोक्ता और उपभोक्ता से उपभोक्ता को एक प्लेटफार्म पर रखने के लिए बनाया गया है।
अप्रैल 2021 में चीनी सरकार ने अलीबाबा पर कुछ नियमों के उल्लंघन को लेकर 2.8 बिलियन डॉलर का जुर्माना ठोका था, जो कि आज तक के इतिहास का सबसे बड़ा जुर्माना माना जाता है।