दिलीप कुमार
सीएम योगी ने मंगलवार शाम को सभी शपथग्राही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। योगी सरकार के मंत्रीमंडल में सबसे मजबूत मंत्री पीएम मोदी के नजदीकी एवं विश्वसनीय नौकरशाह रहे अरविंद कुमार शर्मा का नाम शामिल है।

एके शर्मा को लंबे समय से यानी योगी सरकार के पहले कार्यकाल से ही मंत्री बनाए जाने का कयास लगाया जा रहा था, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। बहरहाल देर से ही सही लेकिन अब उन्हें भारी भरकम मंत्रालय सौंपा गया है, जिससे साफतौर पर उनके कद का अंदाजा लगाया जा सकता है। एके शर्मा को नगर विकास मंत्रालय के साथ ऊर्जा मंत्रालय भी सौंपा गया है। ये दोनों मंत्रालय सीधे आमजनमानस से जुड़े हुए है, जिस वजह से उन्हें आमजनमानस को बिना नाराज किए हर चुनौतियों से निपटना होगा। पीएम मोदी एके शर्मा के कार्यकुशलता से चीर परिचित हैं, शायद यही वजह है कि उन्हें दो-दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आपको बता दें कि योगी सरकार के पहले कार्यकाल में ही एके शर्मा को मंत्रीमंडल में शामिल किए जाने का कयास लगाया जा रहा था, इसी लिए उन्हें एमएलसी बनाया गया था। उसके बावजूद भी एके शर्मा योगी सरकार में मंत्री पद हासिल नहीं कर पाए थे। अब योगी के दूसरे कार्यकाल में एके शर्मा सभी मंत्रियों के बीच एक मजबूत चेहरा बनकर उभरे हैं, जिन्हें नगर विकास मंत्रालय और ऊर्जा मंत्रालय जैसी दो-दो जिम्मेदारियां सौंपी गई है।
बता दें कि एके शर्मा इससे पहले केंद्र सरकार में नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसी वजह से उन्हें उत्तर प्रदेश में भी इसी विभाग की कमान सौपी गई है। उत्तर प्रदेश में मोदी की स्मार्ट सीटी वाले विजन को पुर्ण करना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
नौकरशाह से नेता बने अरविंद शर्मा के उपर पीएम मोदी ने यह जिम्मेदारी सौपी है कि वह स्मार्ट सीटी के प्रोजेक्ट को पूरा करने के साथ ही नगरी क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने, नगरीय योजानायों को धरातल पर लागू करने के साथ कर्ज में डूबे बिजली विभाग को एक बार फिर से पटरी ला सकें।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से कुछ महीने पहले योगी सरकार में हुए मंत्रीमंडल के विस्तार में एक शर्मा का नाम न आने के बाद उनके ताकत को कमतर आंका गया था लेकिन योगी 2.0 कार्यकाल में गठित मंत्रीमंडल में उन्हें नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नागरिक रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के साथ ही ऊर्जा व अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत जैसे बड़े भारी भरकम विभाग सौंपे जाने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि वह किसी डिप्टी सीएम से कम नहीं हैं।
एके शर्मा के पास काम करने का लंबा अनुभव रहा है, वह गुजरात कॉडर के आईएस अफसर थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई वर्षों तक काम कर चुके हैं। मोदी जब 2014 में पीएम बने तब उन्हें भी दिल्ली बुला लिए। उसके बाद शर्मा ने प्रधानमंत्री कार्यलय में काम किया और मोदी के कहने पर बीआरएस लेकर यूपी में बीजेपी में काम करने के लिए चले आए। एके शर्मा को पहले संगठन की जिम्मेदारी दी गई। उसके बाद उन्हें एमएलसी बनाया गया। अब वो योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सबसे ताकतवर मंत्री बनकर उभरे हैं। इनके बारे में हर कोई जानता है कि वो सीधे पीएमओ में रिपोर्ट करते हैं।
गौरतलब है कि अरविंद शर्मा उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के काझा गांव के रहने वाले हैं, वह गुजरात कॉडर के आईएएस अफसर रहे हैं। वर्ष 2001 से 2013 तक गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भी वो कर्यरत थे। इसके बाद जब नरेंद्र मोदी सीएम से पीएम बने तब वो पीएमओ चले आए। वर्ष 2014 में वो पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर नियुक्त हुए, उसके कुछ समय बाद उनको पदोन्नति कर सचिव बना दिया गया। उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 चुनाव से पहले उन्हें यूपी में एमएलसी बना दिया गया, और अब वह योगी 2.0 में मंत्री के रूप में काम करेंगे।