क्षत-विक्षत अवस्था में शव बरामद्गी के बाद, भीम आर्मी प्रमुख आजाद ने सरकार को दिया दो दिनों का मौका

दिलीप कुमार





उन्नाव में एक 22 वर्षीय दलित महिला के लापता होने के दो महीने बाद, पुलिस ने राज्य के एक पूर्व मंत्री के बेटे के आश्रम के पास से उसका क्षत-विक्षत अवस्था में शव को बरामद किया है। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद जांच में कथित रूप से हुई ढिलाई के लिए इलाके के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।

पुलिस के अनुसार महिला के कथित अपहरण के मामले में सपा के पूर्व मंत्री दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह को 24 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि 25 जनवरी को लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की गाड़ी के सामने महिला की मां ने आत्मदाह करने की कोशिश की थी। महिला की मां ने स्थानीय एसएचओ अखिलेश चंद्र पांडेय पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।

इस मामले पर एएसपी उन्नाव, शशि शेखर सिंह ने कहा कि   “8 दिसंबर को, एक गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी जिसके बाद उक्त मामले के आरोप में नियमानुसार एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था और जांच जारी है। मृतका के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम करवाया जा रहा हैं और पोस्ट मार्टम के रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जीएगी।

वहीं परिवार के द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप के बारे में पूछे जाने पर एएसपी ने कहा कि यह पूरी तरह से सच नहीं है। सबसे पहले, एक लापता होने का शिकायत दर्ज किया गया था। जब जांच अधिकारी को महिला को नुकसान पहंचाए जाने का  संदेह हुआ तब पुलिस ने कार्रावाई कर शव बरामद किया और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। हम अभी आरोपी के साथियों की तलाश कर रहे हैं।

इसी बीच, महिला की मां ने पत्रकारों से कहा कि मेरी बेटी को राजोल सिंह ने उसके आश्रम में मार डाला और वहीं दफना दिया।

उक्त मामले पर बीएसपी प्रमुक मायावती ने ट्वीट कर कहा कि उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे। जबकि वहीं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने गुरुवार रात एक वीडियो संदेश जारी कर राजोल सिंह और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि घटना के लिए दोनों समान रूप से जिम्मेदार हैं। मैं मृतक महिला को न्याय सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री को दो दिन का समय देता हूं। दो दिन प्रशासन के लिए हैं और तीसरा दिन मेरा होगा।”


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