इस्लामिया का मुद्दा उठने के बाद अधिकारियों ने बदलवा दिए विद्यालयों के नाम

रिपोर्ट- आदर्श त्रिपाठी  

हरदोई। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों का इस्लामिया नाम होने से उनमें शिक्षण व्यवस्था में मनमानी की बात सामने आने के बाद हरदोई जिले में भी इस्लामिया नाम वाले 3 स्कूल सामने आए हैं। जो सुदूर इलाको में दशकों पुराने हैं। इस्लामिया नाम से जुड़ा विवाद उठने के एक सप्ताह बाद आज प्रसाशन ने इन विद्यालयों के नाम पुतवा कर इन पर प्राथमिक विद्यालय लिखवा दिया है।

इस्लामिया

हरदोई के लोनार थाना इलाके के बावन कसबे में शिक्षा विभाग,पुलिस और प्रसाशन की तरफ से इलाके के नायब तहसीलदार अपने साथ एक पेंटर को लेकर कसबे के इस्लामिया स्कूल पहुंचे है। आमतौर पर बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों के नाम अधिकांश एक जैसा ही रहते हैं कहीं किसी महापुरुष के नाम पर तो किसी का उस क्षेत्र के रहने वाले शहीद के नाम पर कुछ स्कूलों की पहचान बना दी जाती है लेकिन कुछ जिलों के परिषदीय विद्यालयों में इस्लामिया नाम लिखा होने और शुक्रवार को अवकाश व रविवार को शिक्षण कार्य होने की खबर के बाद जब पूरे प्रदेश में ऐसे स्कूलों की तलाश हुई।

स्थानीय शासन-प्रशासन ने व्यवस्था का अनुपालन करने के लिए ऐसे विद्यालयों की खोज की तो हरदोई में भी 3 इलाकों में इस्लामिया नाम से प्राथमिक विद्यालय चलते मिले।  इनमें बावन कस्बे में एक इस्लामिया स्कूल ,बिलग्राम कस्बे में मल-कंठ मोहल्ले में इस्लामिया स्कूल प्राथमिक विद्यालय और पाली के मौहल्ला इमाम चौक में इस्लामिया स्कूल का नाम सामने आया है।

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हालांकि इन विद्यालयों में का नाम इस्लामिया जरूर है लेकिन शिक्षण कार्य अन्य विद्यालयों की तरह ही होता है इतना जरूर है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए यहां के बच्चों को नमाज पढ़ने के लिए बिना किसी सरकारी आदेश के 1 घंटे की छुट्टी जरूर दे दी जाती है। यह तीनों विद्यालय वर्ष 1925 से 1940 के करीब के बताए जाते हैं। इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद आज प्रसाशन ने इन विद्यालयों पर लिखा इस्लामिया नाम पुतवाकर इन्हे प्राथमिक विद्यालय का नाम दे दिया है।

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