जयललिता की मौत के बाद सामने आई वो हकीकत, जिस पर अभी तक पड़ा था पर्दा

चेन्नई। अपोलो अस्पताल समूह के चेयमैन प्रताप रेड्डी ने गुरुवार को कहा कि अपोलो अस्पताल में जिस हिस्से में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता का इलाज किया जा रहा था उसमें सभी सीसीटीवी कैमरे बंद थे।

नदियों, तालाबों की सुरक्षा हमारी सामाजिक जिम्मेदारी : रमन सिंह

जयललिता का इलाज

उन्होंने एक कार्यक्रम से इतर मीडिया से कहा, “दुर्भाग्य से हमने सीसीटीवी बंद कर दिए थे क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि हर कोई उन्हें दिए जा रहे इलाज को देखे।”

‘आधार में है बहुत बड़ी कमी, जल्द हो इलाज नहीं तो खड़ी होगी मुसीबत’

रेड्डी ने कहा कि जयललिता के तल के सभी मरीजों को दूसरी मंजिल पर स्थानांतरित कर दिया। ऐसा सुरक्षा कारणों की वजह से किया गया था।

उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री को अस्पताल लाया गया तो उनकी स्थिति गंभीर थी, लेकिन उनमें सुधार दिखा। बाद में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने अंतिम सांस ली।

रेड्डी ने कहा कि उनके इलाज से जुड़े सभी दस्तावेजों को उनकी मौत की जांच कर रहे एकल न्यायिक जांच आयोग के पास जमा कर दिया गया है।

जयललिता को 22 सितंबर, 2016 को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनका निधन 5 दिसंबर को हुआ।

देखें वीडियो :-

LIVE TV