हरियाणा के एडीजीपी वाई पूरण कुमार की कथित आत्महत्या के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को चंडीगढ़ में कुमार के परिवार से करीब 50 मिनट तक मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।
इस दौरान उन्होंने मामले को सिर्फ एक परिवार की समस्या नहीं बल्कि पूरे दलित समुदाय के सम्मान का मुद्दा बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से तत्काल कार्रवाई की मांग की। राहुल ने कहा कि सरकार तमाशा बंद करे और आरोपी अधिकारियों को गिरफ्तार कर न्याय सुनिश्चित करे।
राहुल गांधी की यह मुलाकात कुमार के चंडीगढ़ स्थित सेक्टर-24 आवास पर हुई, जहां उन्होंने परिवार की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार और बेटियों से बात की। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में राहुल ने नायब सैनी सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “ये सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं है। कई वर्षों से सिस्टम के आधार पर भेदभाव हो रहा है। अधिकारी को कमतर करने के लिए दूसरे अधिकारी लगातार काम कर रहे हैं। देश में करोड़ों दलित भाई-बहन हैं, उन्हें गलत मैसेज जा रहा है कि आप कितने भी सफल, ताकतवर या इंटेलिजेंट क्यों न हों, अगर दलित हो तो दबाया जा सकता है।”
राहुल ने जोड़ा, “दलितों को प्रताड़ित करना गलत है। मेरी पीएम और सीएम से अपील है कि दोनों बेटियों से किए वादे पूरे करें। सरकार तमाशा बंद करे।”
इस घटना ने हरियाणा में दलित संगठनों को भी सड़कों पर उतार दिया है। कुमार ने 7 अक्टूबर को अपने चंडीगढ़ आवास पर खुद को गोली मार ली थी। उनके आठ पेज के सुसाइड नोट में हरियाणा डीजीपी सत्यजीत कपूर समेत आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और अपमान का आरोप लगाया गया था। नोट में लिखा था कि उन्हें लगातार अपमानित किया गया, जिससे करियर बर्बाद हो गया। परिवार ने डीजीपी कपूर और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजरनिया को एफआईआर में नामजद करने की मांग की है।
मंगलवार को चंडीगढ़ पुलिस ने छह सदस्यीय एसआईटी गठित की, जिसके नेतृत्व में आईजी पुष्पेंद्र कुमार हैं। जांच के तहत अमनीत कुमार से उनके पति का लैपटॉप मांगा गया है, जिसमें सुसाइड नोट का ड्राफ्ट मिला है। लैपटॉप को सीएफएसएल भेजा जाएगा ताकि नोट की प्रामाणिकता सत्यापित हो सके।
मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने डीजीपी सत्यजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। विपक्ष ने सरकार पर कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह दलित उत्पीड़न का सबसे गंभीर मामला है, और एससी/एसटी एक्ट के तहत सख्त कदम उठाए जाएं।
राहुल गांधी के साथ मुलाकात में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजा, हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता राव नरेंद्र सिंह और एआईसीसी सदस्य चेतन चौहान भी मौजूद रहे। राहुल ने कहा, “वह मरने के बाद भी सम्मान के हकदार हैं।”
इस मुलाकात के बाद राजनीतिक दबाव बढ़ गया है, और दलित संगठनों ने न्याय न मिलने पर बड़ा आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है। हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह मुद्दा और गरमा सकता है।





