अब स्टूडेंट्स घर बैठे लॉक कर सकेंगे मेडिकल की सीटें

मेडिकल कॉलेजलखनऊ। अब मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए आपको कॉलेज जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगले साल से प्रदेश के सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए एडमिशन होंगे। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट) की मेरिट के अनुसार अभ्यर्थी घर बैठे च्वाइस फिलिंग कर सकेंगे। इसके लिए जरूरी फीस और अन्य शुल्क भी ऑनलाइन ही जमा होंगे।

बुधवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव और एनआईसी के अधिकारियों की एक अहम बैठक के बाद इसका ऐलान कर दिया गया है।

मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस की सीटों पर एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए कहीं नहीं जाना होगा। इससे उनका समय और खर्च भी बचेगा। बता दें कि चिकित्सा शिक्षा विभाग ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए एनआईसी की मदद से एक सॉफ्टवेयर बनवा रहा है। इस सॉफ्टवेयर को 2 महीने के भीतर तैयार करने का दावा किया जा रहा है।
अब गड़बड़ी पर लगेगी लगाम

ऑफलाइन काउंसिलिंग में हर बार सीटों का ब्योरा ऑनलाइन होने से कोई भी कहीं से भी देख सकेगा कि किस कॉलेज में कितनी सीटें खाली हैं। ऐसे में कॉलेजों के लिए अपनी सीटें छुपाना या गलत जानकारी देना मुमकिन नहीं होगा। इन्हीं कारणों की वजह से कॉलेजों पर गड़बड़ियों के आरोप लगते रहे हैं। डॉ़ एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज में पिछले साल हुईं गड़बड़ियां इस साल सामने आईं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल भी कई कॉलेजों ने काउंसलिंग खत्म होने के बाद भी बैक डोर से एडमिशन कर रखे हैं। अब ऐसे में आशंका है कि इन एडमिशन को लेकर समस्या खड़ी होगी। ऑनलाइन काउंसलिंग की व्यवस्था काफी हद तक पारदर्शिता लाने में सफल होगी।

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