गाजा युद्धविराम समझौते की निगरानी के लिए इजरायल में सिविल-मिलिट्री समन्वय केंद्र होगा स्थापित

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20-सूत्री शांति योजना के तहत इजरायल और हमास के बीच दो साल पुराने गाजा युद्ध को थामने का पहला चरण लगभग तय हो चुका है। अमेरिका लगभग 200 सैनिकों को इजरायल भेज रहा है, जो गाजा में लागू युद्धविराम की निगरानी और सहायता सुनिश्चित करेंगे। ये सैनिक एक सिविल-मिलिट्री समन्वय केंद्र में कार्य करेंगे, जो मानवीय सहायता, लॉजिस्टिक्स और सुरक्षा समर्थन को सुचारू बनाएगा।

अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ये सैनिक गाजा में प्रवेश नहीं करेंगे, बल्कि इजरायल से ही निगरानी करेंगे। केंद्र में अमेरिकी सेना के साथ साझेदार देशों, गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। यह पहल युद्धविराम के कार्यान्वयन को मजबूत बनाने के लिए है, जहां गाजा में भुखमरी और तबाही चरम पर है।

इजरायली कैबिनेट ने बंधकों की रिहाई के समझौते को मंजूरी दी

इजरायली कैबिनेट ने गुरुवार (9 अक्टूबर 2025) देर रात या शुक्रवार सुबह हमास के कब्जे में बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की रूपरेखा को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने पुष्टि की कि यह ट्रंप की योजना का हिस्सा है। योजना के पहले चरण में तत्काल युद्धविराम, बंधक-कैदी विनिमय और सहायता प्रवाह शामिल है। समझौते पर आधिकारिक हस्ताक्षर काहिरा में होने हैं।

गाजा युद्ध का संक्षिप्त इतिहास

गाजा संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले से हुई, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए और 251 बंधक बनाए गए। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा पर पूर्ण घेराबंदी घोषित की और हमले शुरू किए। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 67,000 फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय संकट और भुखमरी की पुष्टि की है। दो वर्षों में लाखों बेघर हुए, और बुनियादी ढांचा तबाह हो गया। यह समझौता युद्ध समाप्ति और पुनर्निर्माण की दिशा में कदम है।

संघर्षविराम के पहले चरण में क्या-क्या प्रावधान?

ट्रंप की योजना के पहले चरण में निम्नलिखित प्रमुख बिंदु शामिल हैं, जो 24 घंटों में लागू होंगे:

  • तत्काल युद्धविराम: सभी सैन्य गतिविधियां (हवाई हमले, तोपखाने) रोक दी जाएंगी। इजरायली सेना गाजा में “येलो लाइन” (निर्धारित सीमा) पर स्थिर रहेगी। हमास भी कोई हमला नहीं करेगा।
  • बंधकों की रिहाई: हमास 48 इजरायली बंधकों (20 जीवित, शेष मृतकों के अवशेष) को 72 घंटों में रिहा करेगा। बदले में इजरायल 250 आजीवन कारावास पाए फलस्तीनी कैदियों और 1,700 गाजा हिरासतियों (महिलाएं-बच्चे सहित) को मुक्त करेगा। प्रत्येक मृत इजरायली बंधक के बदले 15 फलस्तीनी शवों की रिहाई।
  • मानवीय सहायता: राफा क्रॉसिंग दोनों दिशाओं में खुल जाएगी। पूर्ण सहायता (खाद्य, चिकित्सा, मलबा हटाने के उपकरण) प्रवेश करेगी। संयुक्त राष्ट्र, रेड क्रिसेंट और अन्य NGOs वितरण करेंगे।
  • हमास का निरस्त्रीकरण: हमास को हथियार त्यागने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का वादा करना होगा। सदस्यों को क्षमादान, लेकिन गाजा में कोई राजनीतिक भूमिका नहीं। विदेश जाने का सुरक्षित मार्ग।
  • गाजा का अस्थायी शासन: तकनीकी-अराजनीतिक फलस्तीनी समिति का गठन, जिसकी निगरानी “पीस बोर्ड” (ट्रंप की अध्यक्षता में) करेगा। फलस्तीनी अथॉरिटी (PA) के सुधार के बाद गाजा PA को सौंपा जाएगा।

ट्रंप का दावा: ‘आठ युद्ध रुकवाए, रूस-यूक्रेन भी समाप्त होगा’

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, “हमने सात युद्ध या बड़े संघर्ष रुकवाए थे, यह आठवां है। रूस-यूक्रेन युद्ध को मैंने सबसे तेजी से खत्म करने की उम्मीद की थी, लेकिन यह भी बंद होने वाला है। हर हफ्ते 7,000 जानें जा रही हैं, ज्यादातर युवा सैनिक। यह युद्ध नहीं होना चाहिए था। अगर मैं तब राष्ट्रपति होता, तो यह शुरू ही न होता।” ट्रंप ने नोबेल शांति पुरस्कार की उम्मीद भी जताई।

ट्रंप के दावे विवादास्पद हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, गाजा योजना में उनका योगदान महत्वपूर्ण है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध अभी जारी है। ट्रंप ने 7-8 युद्ध रुकवाने का दावा किया है, लेकिन वास्तविकता में 4-5 में उनकी भूमिका स्पष्ट है।

वैश्विक प्रतिक्रियाएं

  • पीएम मोदी: योजना का स्वागत, नेतन्याहू की सराहना।
  • जॉर्डन, पाकिस्तान, तुर्की, मिस्र: सकारात्मक, लेकिन इजरायल को हमले रोकने की चेतावनी।
  • यूके: कीर स्टार्मर ने “प्रोफाउंडली वेलकम” कहा।

यह समझौता युद्ध समाप्ति की दिशा में बड़ा कदम है, लेकिन हमास का निरस्त्रीकरण और PA सुधार जैसे मुद्दे चुनौतीपूर्ण हैं।

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