भारत ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी, के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए।

बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी।
राष्ट्रपति ने इस मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “सीडीएस जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों के साहस और समर्पण की सराहना की, जिसने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को शानदार सफलता दिलाई।”
पहलगाम हमले का जवाब
भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में ‘सटीक, संयमित और गैर-उत्तेजक’ हमले किए, जिसमें पाकिस्तान के सियालकोट, मुरीदके और बहावलपुर, तथा पीओके के मुजफ्फराबाद, कोटली और भिंबर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन को भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर हमला किया। भारत ने भी 11 पाकिस्तानी वायु ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसके बाद दोनों देशों ने गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई।
आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ नया मानदंड स्थापित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकी हमलों का नया जवाब करार देते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को फिर से परिभाषित किया है, जिसने आतंकवाद-रोधी उपायों में नया मानक और नया सामान्य स्थापित किया है।”
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से तीन सिद्धांतों का उल्लेख किया:
- “अगर भारत पर आतंकी हमला होता है, तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा। हम अपनी शर्तों पर ही जवाब देंगे और आतंकवाद की जड़ों को हर जगह से खत्म करेंगे।”
- “भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। हम परमाणु ब्लैकमेल की आड़ में विकसित हो रहे आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमले करेंगे।”
- “हम आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली सरकार और आतंकवाद के सरगनाओं के बीच अंतर नहीं करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने फिर से पाकिस्तान का असली चेहरा देखा, जब पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी मारे गए आतंकियों को विदाई देने आए। यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद का पुख्ता सबूत है। हम भारत और हमारे नागरिकों को हर खतरे से बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।”