शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर स्थापित करने की योजना है, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नया बल मिलेगा। रविवार को निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा की।

सीएम योगी ने बताया कि 594 किलोमीटर लंबा यह सिक्स लेन एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जा रहा है, जिसे भविष्य में आठ लेन का किया जाएगा। इसे फर्रुखाबाद, आगरा और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक केंद्र विकसित होंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा। रविवार को शाहजहांपुर के जलालाबाद में 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी का निरीक्षण करते हुए उन्होंने 2 और 3 मई को प्रस्तावित लड़ाकू विमानों की लैंडिंग की तैयारियों की समीक्षा की और निर्माण की गुणवत्ता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे का विचार 2019 के प्रयागराज कुंभ में सामने आया था, और 2020 में कैबिनेट की मंजूरी के बाद काम तेजी से शुरू हुआ। इस परियोजना के लिए 18,000 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी गई, जिसकी लागत 36,230 करोड़ रुपये है। यूपीडा द्वारा निवेशित इस एक्सप्रेसवे का निर्माण चार चरणों में हो रहा है, जो नवंबर 2025 तक पूरा होगा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए मेरठ से हरिद्वार, काशी, पूर्वांचल, गाजीपुर, शक्तिनगर और सोनभद्र तक कनेक्टिविटी परियोजनाएं भी शुरू की जाएंगी।
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने बताया कि यह एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को जोड़ेगा। 2 नवंबर को इसका लोकार्पण होगा, और कार्यदायी संस्था 30 वर्ष की गारंटी देगी।
शाहजहांपुर में एक्सप्रेसवे का 85% काम पूरा हो चुका है और जून तक यह समाप्त हो जाएगा। 2-3 मई को विमान लैंडिंग के लिए एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड द्वारा जलालाबाद में खंडहर से चमरपुरकलां तक 5 किमी लंबी हवाई पट्टी और संबंधित व्यवस्थाएं तैयार की जा रही हैं।