लश्कर से जुड़े संगठन टीआरएफ ने पहलगाम हमले में अपनी भूमिका से किया इनकार..

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट ने शनिवार को पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल होने से इनकार किया।

पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट ने शनिवार को पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल होने से इनकार किया, हालांकि उसने शुरू में इसकी जिम्मेदारी ली थी, जबकि घाटी में कश्मीरियों द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। गृह मंत्रालय ने आतंकवाद को बढ़ावा देने, आतंकवादियों की भर्ती करने, घुसपैठ की सुविधा देने और 2023 में पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी करने के लिए गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम के तहत टीआरएफ को “आतंकवादी संगठन” के रूप में नामित किया है।

आतंकी संगठन ने एक बयान में कहा, “टीआरएफ पहलगाम घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता से साफ इनकार करता है। इस कृत्य के लिए टीआरएफ को जिम्मेदार ठहराना गलत और जल्दबाजी में किया गया कदम है। आतंकी संगठन ने आगे कहा कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद, उनके एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से एक “अनधिकृत” संदेश पोस्ट किया गया जिसमें जिम्मेदारी ली गई।

उन्होंने कहा, “आंतरिक ऑडिट के बाद, हमारे पास यह मानने का कारण है कि यह एक समन्वित साइबर घुसपैठ का परिणाम था। हम उल्लंघन का पता लगाने के लिए पूरी जांच कर रहे हैं, और शुरुआती संकेतों से भारतीय साइबर-खुफिया संचालकों के फिंगरप्रिंट का पता चलता है। टीआरएफ ने एक ऑडियो क्लिप भी जारी किया, जिसमें उसने अपना खंडन दोहराया तथा वही कहानी दोहराई।

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