
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा रेसिस्टेंस फ्रंट ने अमरनाथ यात्रा पर हमले की धमकी दी। यात्रा शुरू होने से पहले आतंकी संगठन ने अब ताजा चेतावनी जारी करते हुए । कहा है कि तीर्थयात्रियों पर हमला किया जाएगा। इस बीच, यात्रा पर संभावित हमलों को सही ठहराते हुए टीआरएफ ने दावा किया कि तीर्थयात्रा का इस्तेमाल जनसांख्यिकीय और राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है।

22 मई को लिखे एक पत्र में, टीआरएफ ने दावा किया कि सरकार ने पहले कश्मीरी पंडितों को वोट बैंक की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया था और इसके लिए तीर्थयात्रा का उपयोग नहीं कर रही थी। संगठन ने लिखा, “वे [सरकार] अपनी गंदी राजनीति के लिए अमरनाथ यात्रा का इस्तेमाल करने जा रहे हैं। केवल 15,000 से 8 लाख तीर्थयात्रियों के पंजीकरण और 15 दिनों से लेकर 80 दिनों तक कश्मीर की स्थिति की संवेदनशीलता को भड़काने के लिए है।”
जम्मू-कश्मीर एलजी सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा की तैयारी की समीक्षा की
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 21 मई को राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में डीसी, एसएसपी और श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारी शामिल हुए।